नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने समर्थकों से शुक्रवार को आग्रह किया कि चुनाव में जीत हार होती रहती है, इसलिए चुनाव जीतने या हारने पर किसी को भला बुरा नहीं कहा जाना चाहिए। श्री गांधी ने आज यहां कहा जीवन में हार-जीत लगी रहती है। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे श्रीमती ईरानी के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने और बुरा व्यवहार करने से बचें।
मामला सिर्फ श्रीमती स्मृति ईरानी का ही नहीं किसी अन्य नेता को लेकर भी गलत टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी को नीचा दिखाने का प्रयास करना अपनी कमजोरी का प्रदर्शन करना है ,इसलिए गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा लोगों को नीचा दिखाना और अपमान करना कमजोरी की निशानी है, ताकत की नहीं।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव हारने के बाद श्रीमती ईरानी को सरकारी बंगला खाली करना पड़ा तो सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया की बाढ आ गई कि यह वही श्रीमती ईरानी हैं जो श्री गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने के बाद उनका आवास खाली कराने के लिए छटपटा रही थीं।
लोगों ने लिखा है कि समय सबका घमंड चूर करता है। इस तरह की कई टिप्पणियां सोशल मीडिया पर आ रही हैं जिनके मद्देनजर श्री गांधी ने समर्थकों से यह अपील की है। कांग्रेस के नेता वारिस ने कहा, लोगों को अपमानित करना और उनका अपमान करना कमजोरी की निशानी है, ताकत की नहीं।
राहुल गांधी के पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के आईटी विंग के प्रभारी अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधा और उनके संदेश को धोखाधड़ी बताया। यह अब तक का सबसे कपटपूर्ण संदेश है।
कांग्रेस नेताओं को भेड़ियों के झुंड की तरह उस महिला पर छोड़ देने के बाद, जिसने उन्हें अमेठी में हराया और उनके अहंकार को चूर-चूर कर दिया, यह बहुत बढ़िया है। ये सारी बकवास इस तथ्य को नहीं छीन सकती कि श्रीमती स्मृति ईरानी ने बालक बुद्धि को अमेठी छोड़ने के लिए मजबूर किया,मालवीय ने एक्स पर लिखा। वैसे चुनाव हारने के बाद से खुद स्मृति ईरानी भी मीडिया से बचती हुई चल रही हैं।