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असम साइबर अपराध और अपराधियों का केंद्र

दक्षिण पूर्व एशिया के साइबर अपराधी भी ऑनलाइन ठगी में


  • कंबोडिया के ठगों ने पंद्रह सौ करोड़ ठगा

  • मोरीगांव पुलिस अभियान में 12 कुख्यात गिरफ्तार

  • आसान पैसे की लालच में ना पड़ेः सीएम शर्मा


भूपेन गोस्वामी

गुवाहाटी : असम पुलिस ने साइबर अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए एक वेबसाइट, ई-मेल पता और व्हाट्सएप नंबर भी समर्पित किया है। असम का मोरीगांव जिला साइबर अपराध और अपराधियों का केंद्र बन गया है और पुलिस अधिकारियों द्वारा हाल ही में किए गए एक अभियान के तहत बड़ी संख्या में साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।

मोरीगांव पुलिस ने रात में एक अभियान चलाया, जिसमें 12 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। धोखाधड़ी के कई मामलों के पीछे के मास्टरमाइंड मिराजुल इस्लाम को गिरफ्तार किया गया। इच्छादुल इस्लाम, रेजाउल हक, नसीम उद्दीन, मेराजुल इस्लाम, अशदुल हक, अरिफुल इस्लाम, दिलवर हुसैन, अलीउल्लाह, मोसादिक चामदान, अताबोर रहमान और बहारुल इस्लाम को भी गिरफ्तार किया गया। मोरीगांव पुलिस के अनुसार, यह गिरोह साइबर अपराध की कई घटनाओं में शामिल था। वे विभिन्न धोखाधड़ी के तरीकों और दस्तावेजों का उपयोग करके बेखबर नागरिकों से पैसे लूटने और जबरन वसूली करने में शामिल थे। पुलिस टीम ने साइबर अपराधियों के गिरोह से विभिन्न बैंकों के कुल 75 एटीएम कार्ड, 10 एंड्रॉयड फोन, एक लैपटॉप, एक आईपैड, दो फर्जी पैन कार्ड, तीन फर्जी आधार कार्ड, 15 बैंक पासबुक और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।

इस संबंध में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोगों से अपील की है कि वे राज्य में बढ़ते साइबर अपराधों से सावधान रहें और आसान पैसे के लिए साइबर अपराधियों के झांसे में न आएं।उनका यह बयान मोरीगांव सहित राज्य के कुछ हिस्सों में बढ़ते साइबर अपराधों की पृष्ठभूमि में आया है।

उन्होंने मीडिया से कहा, दो पहलू हैं। एक यह है कि लोग अनजाने में अपराधियों के जाल में पड़ जाते हैं और पैसे खो देते हैं और दूसरा यह है कि लोग धोखेबाजों द्वारा लालच दिए जाने के बाद आसानी से पैसे के लिए जाते समय पैसे खो देते हैं। किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि पैसा कमाना इतना आसान है।

असम पुलिस साइबर सेल ने कहा कि  झारखंड का जामताड़ा कुछ अरसे पहले तक भारत में ऑनलाइन ठगी का हब था। हालांकि इसके अलावा हरियाणा का मेव इलाका हो या गुरुग्राम, यहां से भी संगठित रूप से साइबर ठग अपने अपराधों को अंजाम देते रहे हैं। लेकिन अब भारतीयों के साथ ऐसी ठगी का एक नया ट्रेंड सामने आ रहा है।

अब देश के अपराधियों के साथ-साथ विदेशी भी इस काम में शामिल हो रहे हैं। बीते चार महीनों में दक्षिण-पूर्व एशिया के तीन देशों – म्यांमार, लाओस और कंबोडिया के साइबर अपराधियों ने भारतीयों को 1500 करोड़ रुपए से ज्यादा का चूना लगाया है।

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