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बाढ़ में खोये आधार और वोटर कार्ड फिर से मिलेंगेः मेयर

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः दिल्ली की मेयर शैली ओबेराय ने विभिन्न इलाकों का दौरा कर लोगों को उनके जरूरी दस्तावेजों के बारे में आश्वस्त किया। दरअसल यमुना का जलस्तर अचानक बढ़ जाने की वजह से अनेक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा था। आनन फानन में इलाका खाली करने की वजह से वे अपने आधार कार्ड, वोटर कार्ड अथवा दूसरे जरूरी दस्तावेज अपने साथ नहीं ले जा सके थे।

शेली ने दिल्ली में बाढ़ की स्थिति की जांच की। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में होने पर नगर पालिका की ओर से अलग-अलग इलाकों में कुछ कैंप लगाये जायेंगे। जिन लोगों का आधार कार्ड, वोटर कार्ड या कोई अन्य महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज खो गया है, वे शिविरों में जाकर दस्तावेज प्राप्त कर सकते हैं।

मेयर ने कहा, ऐसे में सरकार कुछ कैंप खोलेगी। जिन लोगों के दस्तावेज़ खो गए हैं वे वहां जाकर अपनी जानकारी दोबारा दर्ज करा सकते हैं। इस कैंप से जल्द से जल्द सरकारी दस्तावेजों को दोबारा बनाकर लोगों को सौंपा जाएगा। मेयर ने दिल्ली शहर के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। वह जलयात्रा करके ओलीगली पहुंचा।

मेयर प्रियदर्शिनी कॉलोनी, निगमबोध घाट, बेला रोड इलाके में नगर निगम के कार्यों का निरीक्षण करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने लोगों से उनकी समस्याएं सुनीं और जल्द ही स्थिति सामान्य करने का वादा किया। सोमवार सुबह पांच बजे यमुना का जलस्तर 205.45 मीटर पर था। पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है।

लेकिन बारिश दोबारा शुरू होने से राजधानी वासियों की परेशानी बढ़ गई है। नगर पालिका की ओर से पानी कम होने के बाद इलाके की सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही मच्छरों के प्रकोप को कम करने के लिए रसायनों का प्रयोग भी जारी है। इस बीच हथिनीकुंड को लेकर यह साफ हो गया है कि अगर पहले ही सहारनपुर की तरफ की नहर को खोल दिया जाता तो दिल्ली की इतनी बुरी हालत नहीं होती। इस बीच भाजपा के सांसद अब तक दिल्ली के बाढ़ पीड़ितों के बीच नजर नहीं आये हैं।

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