कियेबः यूक्रेन के पूर्वी शहर बाखमुट पर रूसी सेना के हमले से जान माल का नुकसान हुई है। दूसरी तरफ वहां मौजूद यूक्रेन की सेना जहां तक हो सके, शहर का बचाव कर रही है। दरअसल इस स्थान पर कब्जा कर रूसी सेना यूक्रेन की सेना की गतिविधियों को वहीं से पूरी तरह रोक देना चाहती है।
वहां के सैन्य प्रवक्ता सेरही चेरेवाटी ने यह बात कही है। बताया गया है कि रूसी सेना हर तरफ से तोप के गोले दाग रही है। अभी शायद यूक्रेन के इसी शहर पर सबसे जोरदार हमला हो रहा है। इस शहर पर 197 रॉकेट दागे गये हैं। इससे काफी नुकसान हो चुका है।
इसके पहले भी हुए हमलों में शहर के अनेक इलाकों को नुकसान पहुंच चुका है। इसी वजह से ऐसा आरोप लगाया गया है कि रूसी सेना इस शहर को शायद धूल में मिला देना चाहती है। इस दौरान पिछले 24 घंटे में अनेक लोग हताहत हुए हैं।
यूक्रेन का दावा है कि उनकी जवाबी कार्रवाई से रूसी सेना को भी काफी नुकसान हुआ है। वैसे इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि रूसी सेना हर तरफ से इस शहर को घेर रही है। इसके जरिए वे यूक्रेन की सेना के सप्लाई लाइन को काट देना चाहती है।
य़ुद्ध की ऐसी स्थिति के बीच पहली बार ब्रिटेन ने भी सार्वजनिक तौर पर कहा है कि यूक्रेन को युद्धक विमान देना शांति का प्रयास नहीं होगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के एक प्रवक्ता ने मीडिया से बात चीत मे कहा कि ऐसे अत्याधुनिक युद्धक विमानों को चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त करने में काफी वक्त लगता है।
इसलिए ऐसे विमान वहां भेजने से यूक्रेन को कोई त्वरित फायदा नहीं होने वाला है। इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति भी यूक्रेन को युद्धक विमान देने से इंकार कर चुके हैं।
इन देशों के रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यूक्रेन ने रूस की सीमा के अंदर घुसकर हमला किया तो यह युद्ध और व्यापक हो जाएगा। उस स्थिति में पूर्वी यूरोप के दूसरे देश भी इसकी चपेट में आ जाएंगे।