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दुनिया भारत को अब नये नजरिए से देख रही
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हर देशवासी को देश के लिए काम करना होगा
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दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को किया संबोधित
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को दोहराते हुए देशवासियों से इसके लिए हर क्षण अपने पूर्ण सामर्थ्य के साथ काम करने की अपील की और कहा कि विकसित भारत ऐसा हो जिसकी जड़ें अतीत के गौरव के साथ जुड़ी हों और साथ ही उसमें आधुनिकता के सभी संभावित आयाम भी समाहित हों।
उन्होंने मुश्किल से मुश्किल लक्ष्य को संभव बनाने और भविष्योन्मुखी दृष्टि के साथ कल के काम को आज पूरा करने का आह्वान करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने निर्णय क्षमता का प्रदर्शन किया है जिससे देश में अनेक सकारात्मक बदलाव आये हैं, लोगों का आत्मविश्वास बढा है और दुनिया में भारत को नये नजरिये से देखा जा रहा है।
राष्ट्रपति ने मंगलवार को बजट सत्र के पहले दिन संसद के केन्द्रीय कक्ष में दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को पहली बार संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के अमृतकाल का 25 वर्ष का कालखंड विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है और प्रत्येक नागरिक को इसके लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा प्रदर्शित करनी होगी।
श्रीमती मुर्मू ने भ्रष्टाचार को लोकतंत्र तथा सामाजिक न्याय का शत्रु बताते हुए कहा कि सरकार इससे निरंतर लड़ रही है और प्रत्यक्ष लाभांतरण जैसे कदमों तथा बेनामी संपत्ति जब्त करने जैसे कानूनों से इस दिशा में प्रगति हुई है।
उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाने तथा तीन तलाक पर रोक जैसे निर्णयों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार साहसिक फैसले ले रही है , दूरदराज के इलाकों के विकास , आदिवासी और पिछड़ी आबादी के कल्याण के कार्यक्रमों से लोगों की आकांक्षाएं बढी हैं। सरकार के सख्त रुख और विकास की नीतियों से वामपंथी उग्रवाद का भौगोलिक दायरा भी सिमट गया है।
उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद को लेकर कड़ा रूख अपनाया है और आज दुनिया भी इसे समझ रही है। भारत की आवाज को विश्व मंच पर गंभीरता से सुना जा रहा है। राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार की जरूरत बताते हुए कहा कि चुनौतीपूर्ण विश्व में कई कारणों से इनकी प्रासंगिकता पर सवाल उठ रहे हैं।
उन्होंने कहा यह भारत के वैश्विक रिश्तों का बेहतरीन युग है। भारत को लेकर आज जो सद्भाव है उसका लाभ हमें अफगानिस्तान और यूक्रेन में पैदा हुए संकट के दौरान मिला और हम अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकालने में सफल रहे। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में महिलाओं की संख्या पहली बार पुरूषों से अधिक पहुंच गयी है और महिलाएं हर मोर्चे पर बढ चढ कर देश को आगे बढाने में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा , बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सफलता आज हम देख रहे हैं।
राष्ट्रपति अभिभाषण में सौ से अधिक बार मेजें थपथपायीं गयीं
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को संसद के केन्द्रीय कक्ष में दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को पहली बार संबोधित किया और उनके करीब 67 मिनट के अभिभाषण में सौ से अधिक बार सदस्यों ने मेजें थपथपा कर प्रसन्नता का इजहार किया गया।
संसद के केन्द्रीय कक्ष में केवल तीन सीटें खाली थीं। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की सीट के बगल में दो सीटें तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्यसभा में नेता सदन केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बीच वाली सीट ही खाली थी। विपक्ष के कई कद्दावर नेताओं को आगे की पंक्ति में जगह नहीं मिली।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता शरद पवार दूसरी पंक्ति में और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला चार पांच कतार पीछे बैठे थे। राष्ट्रपति अभिभाषण की एक विशेषता यह भी रही कि गैर हिन्दी भाषी राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने अपना भाषण हिन्दी में पढ़ा जबकि हिन्दी भाषी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अभिभाषण का सारांश अंग्रेजी में पढ़ा।
राष्ट्रपति अभिभाषण में सत्तापक्ष के सांसदों ने तकरीबन हर वाक्य पर मेजें थपथपाईं लेकिन कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने केवल प्रारंभ में और आखिर में, दो बार ही मेज थपथपायी।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के बगल वाली कुर्सी पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, रेल, संचार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री अश्विनी वैष्णव और जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत बैठे थे। इस दौरान श्री सिंधिया ने श्रीमती गांधी की ओर देखा तक नहीं, लेकिन राष्ट्रपति अभिभाषण समाप्त होने एवं राष्ट्रपति के गमन के बाद उन्होंने श्रीमती गांधी से शिष्टाचार भेंट की।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू एवं उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ अभिभाषण समाप्त होने के बाद जाने से पूर्व अगली पंक्ति के आगे सभी सांसदों से हाथ जोड़ कर अभिवादन करते हुए निकले। लेकिन दोनों ने सिर्फ कांग्रेस नेता श्रीमती गांधी से व्यक्तिगत रूप से हालचाल पूछा।
महीने में एक मेडिकल कॉलेज और हर दिन दो कॉलेजों की हो रही स्थापना: राष्ट्रपति
नयी दिल्ली : देश में मेडिकल और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बीते आठ-नौ वर्षों से लगभग हर महीने एक मेडिकल कॉलेज बना है और इस दौरान देश में हर दिन दो कॉलेजों और हर सप्ताह एक विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है।
उन्होंने सामाजिक बुनियादी सुविधाओं की चर्चा करते हुये कहा कि साल 2004 से 2014 के बीच देश में जहां 145 मेडिकल कॉलेज खुले थे, वहीं मोदी सरकार के कार्यकाल अब तक 260 से अधिक मेडिकल कॉलेज खोले जा चुके हैं।
मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट सीटों की संख्या अब पहले के मुकाबले दोगुनी हो चुकी है। वर्ष 2014 से पहले जहां देश में कुल लगभग 725 विश्वविद्यालय थे, वहीं बीते केवल आठ वर्षों में 300 से अधिक नए विश्वविद्यालय बने हैं। इसी दौरान देश में पांच हजार से अधिक कॉलेज भी खोले गए हैं।
सरकार छोटे किसानों के साथ मजबूती से खड़ी :राष्ट्रपति
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने आज कहा कि सरकार देश के छोटे किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है । श्रीमती मुर्मू ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार 11 करोड़ छोटे किसानों को सशक्त करने में जुटी हुई है ।
पीएम किसान योजना के तहत छोटे किसानों को अब तक 2.25 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी गई है । इनमें तीन करोड़ महिला लाभार्थी हैं जिन्हें 54 हजार करोड़ रुपये की मदद दी गई है । उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक मदद के लिए किसान क्रेडिट कार्ड का कवरेज बढाया गया है ।
इसका लाभ पशुपालकों और मत्स्यपालकों को भी दिया गया है । किसानों के लिए किसान उत्पादक संगठन कर भी गठन किया गया है । इसके साथ ही फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बढाया गया है ।
आप ने किया राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार
नयी दिल्ली: आम आदमी पार्टी(आप) ने सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
आप के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, राष्ट्रपति का अभिभाषण मोदी सरकार के झूठे वादों और झूठे दावों का पुलिंदा होता है। इसमें राष्ट्रपति के अपने एक शब्द नहीं होते हैं।
मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है, इसलिये आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी। उन्होंने कहा, मोदी जी जवाब दो। आपके मित्र अडानी ने देश के करोड़ों लोगों का एलआईसी, एसबीआई में जमा लाखों करोड़ लूट लिया है।
कहाँ है आपकी ईडी, सीबीआई, सेबी, आईटी? उसने आपके मित्र पर क्या कार्रवाई की? जवाब दो। आप राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अडानी की लूट पर जवाब माँगेगी।