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मोदी और शाह को अब किस बात का भय सता रहा

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में किसने क्या कहा, इस बारे में औपचारिक जानकारी पहले ही दे दी गयी थी। इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास निर्देशों की जानकारी भी सामने आयी है, जिसमें उन्होंने खास तौर पर जो भाजपा को वोट नहीं देते हैं, उनसे भी संपर्क करने तथा तनाव बढ़ाने वाले बयानों से परहेज करने की बात कही है।

अब इन तमाम सूचनाओं के अलावा यह बात सामने आयी है कि इस बैठक में भाग लेने वाले सारे नेताओं के फोन बाहर रखवा दिये गये थे। इससे सवाल यह पैदा हो गया है कि आखिर इतने सारे बड़े नेताओं में से कौन मोदी और शाह के लिए भरोसेमंद नहीं रह गया है।

साथ ही यह संभावना भी जतायी जा रही है कि सिर्फ इस बात से ऐसा लगता है कि संगठन और केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी फेरबदल हो सकते हैं। दरअसल, भाजपा अपने संगठनात्मक चर्चाओं की गोपनीयता को लेकर बहुत सतर्क है। हाल ही में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को अपने मोबाइल फोन हॉल के बाहर रखने के लिए कहा गया था।

सूत्रों ने कहा कि पिछले दिनों पार्टी के हैदराबाद सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की एक छोटी सी वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद पार्टी नेता प्राइवेसी को लेकर काफी सतर्क हैं। पार्टी के एक शीर्ष नेता जिन्होंने शुरुआत में ही मीडिया से आउट ऑफ टर्न बात करने के प्रति प्रतिनिधियों को आगाह किया था, क्लिप के लीक से परेशान हो गए।

जिसके बाद उन्होंने सुझाव दिया कि मीटिंग हॉल के अंदर फोन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। वहीं, दिल्ली में हुई भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल आगामी लोकसभा चुनाव के बाद तक बढ़ाने का फैसला किया गया है।

वह अब जून 2024 तक पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे। वहीं, भाजपा ने कार्यकारिणी बैठक में 2024 की रूपरेखा तैयार कर दी है। अध्यक्ष जेपी नड्डा ने साफ कर दिया है कि पार्टी को अभी से चुनावों की तैयारी में लगना होगा और इस साल 9 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करनी होगी।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के तहत सभी राज्यों को एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए और एक-दूसरे की भाषा और संस्कृति को स्वीकार करना चाहिए। लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए भाजपा भाजपा जोड़ो अभियान चलाएगी।

प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को संवेदनशीलता के साथ समाज के सभी वर्गों से संबंध बनाना होगा और केवल वोट के लिए नहीं बल्कि देश में बदलाव लाने के लिए कुछ करना होगा। यानी भाजपा उन सीटों पर भी अपना अधिक ध्यान देने जा रही है, जिन पर पिछली बार उन्हें सफलता नहीं मिली थी। इस प्रयास में कौन बाधा बन सकता है अथवा पार्टी की गोपनीय रणनीति पर होने वाली बात चीत को बाहर ला सकता है, इसे लेकर अटकलबाजी का बाजार गर्म हो गया है।

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