-
सोनिया, प्रियंका और परिवार हुआ शामिल
-
यात्रा के रास्ते पर भी लोगों की भारी भीड़
-
लाल किला पर खडगे ने भाजपा को जमकर कोसा
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा आज दिल्ली पहुंच गयी। हरियाणा की सीमा से प्रवेश कर दिल्ली के कई इलाकों से गुजरते हुए यह यात्रा लाल किला पहुंची। आज की यात्रा में श्रीमती सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और परिवार के दूसरे लोग भी राहुल के साथ पैदल चलते नजर आये। प्रसिद्ध अभिनेता कमल हसन भी दिल्ली में आईटीओ के पास इस यात्रा में शामिल हुए और लाल किला तक पैदल चले।
राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा का मकसद ही भाजपा और आरएसएस द्वारा फैलाये गये नफरत और भय के माहौल को खत्म करना है। इस यात्रा ने परस्पर सहयोग को मजबूत किया है। पूरे रास्ते में अनगिनत लोगों ने एक दूसरे की मदद की है और गिरने वाले को सहारा दिया है। यही इस यात्रा की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। जिस मकसद के लिए यह यात्रा निकाली गयी थी, वह पूरी तरह सफल हो रहा है।
राहुल गांधी की इस यात्रा में शामिल होने तथा उसे देखने के लिए लाखों लोग आज दिल्ली की उन सड़कों पर थे, जहां से इसे गुजरना था। इस वजह से दिल्ली पुलिस ने अनेक स्थानों पर यातायात का मार्ग भी बदला था ताकि जाम ना लगे। दक्षिण पूर्वी दिल्ली में इस तैयारी के बाद भी अनेक सड़कों पर जाम की स्थिति बनी जो काफी देर के बाद सामान्य हो पायी।
दिल्ली में 23 किलोमीटर की यात्रा के बाद उसे अब नौ दिनों का विराम दिया गया है। कांग्रेस की तरफ से यह बताया गया है कि इतनी लंबी दूरी तय करने के बाद यात्रा में शामिल कंटेनरों की सफाई और देखभाल जरूरी है। इसलिए तीन जनवरी को यह यात्रा अपने रास्ते पर फिर से आगे बढ़ेगी। आज यह यात्रा बदलपुर सीमा से अंदर आने के बाद निजामुद्दीन, इंडिया गेट, दिल्ली गेट और दरियागंज होते हुए लाल किला तक पहुंची।
लाल किला पर उपस्थित भीड़ को संबोधित करते हुए पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि भाजपा की सरकार इस यात्रा को देखकर भी अब भयभीत हो रही है। इसी वजह से कोरोना के नया बहाना तलाशा गया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार लोगों से उनके बोलने की आजादी तक छीन लेना चाहती है।
इस मौके पर अभिनेता कमल हसन ने कहा कि वह एक भारतीय हैं और भारत की जरूरतों को समझते हुए इस यात्रा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह भी कई राजनीतिक विचारधाराओं से प्रभावित रहे हैं लेकिन अभी देश की जरूरत को प्राथमिकता देते हुए वह उस विचारधारा के साथ हैं जो राहुल गांधी की यात्रा का मकसद है।
इस बीच कांग्रेस की तरफ से पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने की सरकारी फैसले का स्वागत किया गया. पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि अभी दो दिन पहले ही राहुल गांधी ने इसे बहाल करने की मांग की थी। अब सरकार द्वारा इस स्कीम को स्वीकार किया जाना एक बेहतर कदम है और कांग्रेस इसका स्वागत करती है।
दूसरी तरफ यूपी भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए बयान दिया है कि कांग्रेस को यह यात्रा बांग्लादेश या पाकिस्तान से प्रारंभ करना चाहिए थे। यात्रा में ढाका (बांग्लादेश) के साथ साथ पाकिस्तान के लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी को भी शामिल करना था जो भारत की ही अंग थे लेकिन कांग्रेस की वजह से देश से अलग हो गये।
यात्रा को रोककर एंबुलेस की जगह दी राहुल ने
नईदिल्लीः भारत जोड़ो यात्रा के तहत लाल किला की ओर बढ़ती भीड़ को यह भी देखने को मिला कि रास्ते में फंसी एक एंबुलेंस को भी राहुल गांधी ने रास्ता दिया। इसके लिए उन्होंने इशारा कर सभी कार्यकर्ताओं को इस वाहन के लिए जगह बनाने को कहा। अपोलो अस्पताल के पास इस घटना को वहां मौजूद सभी लोगों ने देखा। एंबुलेंस के पूरी तरह आगे निकल जाने तक राहुल गांधी सड़क के किनारे रूके रहे। इस गाड़ी के निकल जाने के बाद यात्रा दोबारा प्रारंभ हुई। यह यात्रा करीब तीन हजार किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है। अब आगे करीब साढ़े पांच सौ किलोमीटर का सफर और तय करना शेष है।