Breaking News in Hindi

पूर्वोत्तर के चुनावी राज्यों पर खुद ध्यान देने लगे हैं नरंद्र मोदी

  • शिलांग के पोलो मैदान में होगी जनसभा

  • तीन राज्यों की चार सड़कों का उदघाटन

  • अगले साल दो राज्यों में होंगे वि. सभा चुनाव

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेघालय की राजधानी शिलांग में पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने 18 दिसंबर को जा रहे हैं। शनिवार को आधिकारिक रूप से यह जानकारी दी गयी। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय की ओर से दी गयी जानकारी में बताया गया कि श्री मोदी एनईसी की आधिकारिक बैठक में हिस्सा लेने के साथ-साथ एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

परिषद की बैठक स्टेट कंवेंशन सेंटर के ऑडिटोरियम में होगी जबकि जनसभा का आयोजन शिलांग के पोलो मैदान पर किया जायेगा। बयान में कहा गया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी इस बैठक में शामिल होंगे साथ ही पूर्वोत्तर क्षेत्रों से जुडे केंद्रीय मंत्री, स्थानीय विधायक एवं सांसद के साथ साथ एनईसी के चयनित सदस्य भी समारोह में शामिल होंगे।

इसके अलावा राज्यों के प्रमुख सचिव, चुनिंदा केंद्रीय मंत्रालयों के सचिव, पूर्वोत्तर राज्य के वरिष्ठ अधिकारी और एनईसी के सहयोग से बने प्रमुख संस्थानों के प्रमुखों को भी बैठक में आमंत्रित किया गया है। जनसभा में स्थानीय जनता के साथ प्रबुद्ध वर्ग के नागरिक, जीवन में ऊंचे मुकाम हासिल करने वाले लोग, स्वयं सहायता समूह के लोग, और किसान समूहों को क्षेत्र के आठों राज्यों से बुलाया गया है। इस जनसभा में लगभग दस हजार लोगों के जुटने की संभावना है। गौरतलब है कि एनईसी की स्थापना 1971 में संसद में कानून बनाकर की गयी थी और इसका औपचारिक उद्घाटन शिलाँग में सात नवंबर 1972 में हुआ था नवंबर 2022 में इसकी स्थापना के 50 साल पूरे हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मेघालय के दौरे पर आयेंगे और करीब 2450 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। एनईसी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और क्षेत्र के सभी राज्यों में विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और अन्य विकास पहलों को समर्थन दिया है। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, जल संसाधन, कृषि, पर्यटन, उद्योग सहित अन्य बहुमूल्य पूंजी जुटाने में और सामाजिक बुनियादी ढांचे को बनाने में मदद की है।

प्रधानमंत्री बाद में पोलो मैदान में सार्वजनिक समारोह में 2450 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। वह क्षेत्र में दूरसंचार कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने वाले कदम के तहत 4जी मोबाइल टावर देश को समर्पित करेंगे, जिनमें से 320 से अधिक के निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है और लगभग 890 निर्माणाधीन हैं। श्री मोदी उमसावली में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) शिलांग के नए परिसर का का उद्घाटन करेंगे। साथ ही वह शिलांग-देंगपसोह रोड का भी उद्घाटन करेंगे, जो नयी शिलांग उपग्रह टाउनशिप को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

श्री मोदी तीन राज्यों मेघालय, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में चार अन्य सड़क परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। वे मशरूम स्पॉन उत्पादन को बढ़ावा देने तथा किसानों और उद्यमियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मेघालय में मशरूम विकास केंद्र में स्पॉन प्रयोगशाला का भी उद्घाटन करेंगे।

प्रधानमंत्री अपने दौरे के दौरान क्षमता निर्माण और प्रौद्योगिकी उन्नयन के माध्यम से मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों की आजीविका में सुधार के लिए मेघालय में एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा वे मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और असम में 21 हिंदी पुस्तकालयों का उद्घाटन करेंगे। श्री मोदी असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में छह सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।

इसके अलावा तुरा और शिलांग प्रौद्योगिकी पार्क चरण- 2 में एकीकृत आतिथ्य और कन्वेंशन सेंटर की आधारशिला रखेंगे। टेक्नोलॉजी पार्क फेज-2 एरिया करीब 1.5 लाख वर्ग फुट में बनाया जाएगा। यह पेशेवरों के लिए नए अवसर प्रदान करेगा। इससे 3000 से अधिक नौकरियों का सृजन होने की उम्मीद है। इसके इंटीग्रेटेड हॉस्पिटैलिटी एंड कन्वेंशन सेंटर में एक कन्वेंशन हब, गेस्ट रूम, फूड कोर्ट आदि होंगे। यह क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करेगा।

Leave A Reply

Your email address will not be published.