मास्कोः रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के युद्ध के संबंध में पहली बार अत्यंत गंभीर बात कह दी है। उन्होंने कहा है कि घटनाक्रम उस ओर बढ़ रहे हैं, जहां परमाणु युद्ध अवश्यंभावी हो जाता है। इस चेतावनी के साथ ही उन्होंने अपनी तरफ से यह बात भी जोड़ी है कि यह खतरा उन देशों की तरफ से है, जो कथित तौर पर यूक्रेन के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहा है।
पुतिन ने कहा है कि आस पास के देशों में अमेरिका ने अपने ऐसे उन्नत हथियारों का जखीरा एकत्रित कर रखा है। यह स्थिति तब है जब रूस अपनी भौगोलिक सीमा की रक्षा के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। इसलिए अगर देश की अस्मिता पर कोई चुनौती आयी तो रूस अपना बचाव करने के लिए हर संभव कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।
रूसी राष्ट्रपति का यह बयान मॉस्को के करीब ही रूसी हवाई पट्टी पर यूक्रेन के हमले के बाद आया है। इससे साफ है कि इन ड्रोन हमलों को रूस ने काफी गंभीरता से लिया है। रूसी टेलीविजन पर बोलते हुए पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देशों की नजर में रूस का कोई वजूद ही नहीं है। वे हर मौके पर हमें दूसरे श्रेणी का मानते आये हैं। इन्हीं देशों ने यूक्रेन के रास्ते से रूसी संप्रभुता को चुनौती देने की गलती कर दी है। हमारी तरफ से इस चुनौती का मुकाबला करना हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है, जिसे हम निभा रहे हैं। पुतिन ने कहा कि शांति से समाधान निकालने के सारे प्रयास विफल होने के बाद ही कड़े कदम उठाने पड़ते हैं।
इस बीच यह जानकारी सामने आयी है कि रूसी हवाई पट्टी एंजेल्स में आज भी हवाई हमले के साइरन सुनाई पड़े हैं। दूसरी तरफ अमेरिका ने पहली बार अपनी तरफ से यह सफाई दी है कि उसने यूक्रेन को लंबी दूरी के मिसाइल खुद बनाने से रोका नहीं है। यह सफाई तब आयी है जब रूस ने पहले ही आरोप लगाया है कि कई बार रूस के खिलाफ हुए हमलों में दूसरे देश की सेना का भी हाथ रहा है। अब पहली बार यह देखा जा रहा है कि रूसी सेना अपनी रक्षापंक्ति पर भी ध्यान दे रही है वरना पहले रूसी सेना को यह उम्मीद भी नहीं थी कि उसकी सीमा के अंदर घुसकर यूक्रेन हमला भी कर सकता है।