-
नरेंद्र मोदी ने अपने केंद्र में किया मतदान
-
उनके प्रचार पर भी विपक्ष ने एतराज जताया
-
इस चरण में करीब ढाई करोड़ मतदाता हैं
अहमदाबाद: गुजरात के दूसरे चरण के मतदान ने भी माहौल को भांपने का मौका नहीं दिया है। वैसे जानकार वहां के माहौल के आधार पर यह मान रहे हैं कि इस बार भी मोदी की लोकप्रियता की ही जीत होगी और अकेले नरेंद्र मोदी की इसी लोकप्रियता की बदौलत भारतीय जनता पार्टी जीत हासिल करेगी। फिर भी कोई पक्के तौर पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।
दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों से लगातार उसकी निगरानी कर रहे हैं। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक गुजरात में दूसरे और आखिरी चरण का मतदान खत्म हो चुका है। चुनाव आयोग के अनुसार, शाम पांच बजे तक कुल 58.56 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। हालांकि, अभी ये फाइनल आंकड़े नहीं हैं। देर शाम तक फाइनल आंकड़े जारी होंगे।
इस बीच सिर्फ आणंद के अंकलाव विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस कार्यकतार्ओं के बीच झड़प हुई। मामला बढ़ता देख पुलिस ने किसी तरह स्थिति को नियंत्रण किया। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दांता विधानसभा क्षेत्र का मामला भी उठाया। कहा, कल हमारे आदिवासी नेता और दांता के विधायक (कांति खराड़ी) ने चुनाव आयोग को सुरक्षा की मांग करते हुए लिखा, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई जवाब नहीं दिया और बाद में उन पर भाजपा के 24 गुंडों ने हमला किया। भाजपा ने गुजरात में भी शराब बांटी, हालांकि वहां शराब पर प्रतिबंध है, चुनाव आयोग उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की।
इससे पहले राज्य में सोमवार सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ। मतदान केन्द्र पर सुबह से ही कई स्थानों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हुई देखी गयीं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने बताया कि अभी प्रतिशत की गणना और संकलन का काम जारी है। अनुमानित मतदाता टर्नआउट रूझान अपराह्न एक बजे तक अरवल्ली में 37.12 प्रतिशत, अहमदाबाद में 30.82, आणंद 37.06, खेड़ा 36.03, गांधीनगर 36.49, छोटाउदेपुर 38.18, दाहोद 34.46, पंचमहाल 37.09, पाटण 34.74, बनासकांठा 37.48, महिसागर 29.72, महेसाणा 35.35, वडोदरा 34.07, साबरकांठा में 39.73 प्रतिशत मतदान हुआ है।
साबरकांठा में सबसे अधिक 39.73 प्रतिशत और सबसे कम महिसागर में 29.72 प्रतिशत हुआ है। श्री मोदी की मां हीराबा ने गांधीनगर में व्हील चेयर पर मतदान केंद्र पहुंच कर, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अहमदाबाद में और पूर्व शाही राजमाता शुभांगीनी राजे गायकवाड़ ने भी वड़ोदरा में अपना वोट डाला।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुजरात में चल रही दूसरे फेज की वोटिंग को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, मतदान के दिन रोड शो की अनुमति नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी वीवीआईपी हैं। वे कुछ भी कर सकते हैं और उन्हें कोई कुछ नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात विधानसभा 2022 के दूसरे चरण में अहमदाबाद के साबरमती विधानसभा क्षेत्र के निशान पब्लिक स्कूल मतदान किया। रास्ते में जाते समय प्रधानमंत्री मोदी लोगों से मिले और उनका अभिवादन किया। वर्ष 2017 में मोदी ने इसी मतदान कक्ष में अपना मत दिया था।
प्रधानमंत्री ने गुजरात के मतदाताओं खासकर युवा और महिला मतदाताओं से बड़ी संख्या में मतदान करने का आग्रह किया। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने भी अहमदाबाद के मत कक्ष 95, शिलाज अनुपम स्कूल में दूसरे चरण के लिए मतदान किया। गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान आज 14 जिलों की 93 सीटों पर हो रहा है। गुजरात में दुसरे चरण के मतदान के लिए लगभग 2.5 करोड़ से अधिक लोग मतदान करेंगे।
इस बार गुजरात में 833 उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच मुकाबला होगा। दूसरे चरण के मतदान में भाजपा और आम आदमी पार्टी 93 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उसकी गठबंधन सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने दो सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।
संजय राउत ने की मोदी की निंदा
मुंबई: शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार पर बहुत ज्यादा ध्यान केंद्रित करने लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा की। श्री राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं फिर भी उन्हें गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को चुनाव प्रणाली पर विश्वास नहीं है। क्षत्रपति शिवाजी महाराज के जन्म स्थल पर विवादित बयान देने वाले भारतीय जनता पार्टी नेता प्रसाद लाड पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भाजपा नेता इतिहास बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज के बारे में विवादित बयान देने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।