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ढाकाः बांग्लादेश के चट्टग्राम के इलाके में अचानक हजारों की संख्या में तोते पहुंच गये हैं। यह कहां से आये हैं, इस बारे में कोई जानकारी अब तक नहीं मिल पायी है। फिर भी इन तोतों को देखने के लिए वहां पर्यटकों की भीड़ जुट रही है। दूसरी तरफ इन पक्षियों को यहां देखकर स्थानीय किसान परेशान है।
इन किसानों ने अपनी परेशानी से सरकार को अवगत कराया है और कोई इंतजाम करने की गुहार लगायी है। वैसे वहां के आसमान पर चारों तरफ तोड़ों की भीड़ ने आसमान को इंद्रधनुषी बना रखा है। हजारों की संख्या में उड़ते यह पक्षी चारों तरफ मंडराते हुए पर्यटकों का मनोरंजन कर रहे हैं। एक दूसरे से जानकारी पाकर अन्य लोग भी वहां पक्षियों के इस भीड़ को देखने के लिए पहुंच रहे हैं।
यह स्थिति चट्टग्राम के गुमाई बिल की है। यह एक जलीय इलाका है, जहां के किसान इस नमी वाली जमीन की वजह से अच्छी खासी खेती भी कर लेते हैं। अभी अचानक तोतों की यह भीड़ यहां आयी है जबकि अब धान का मौसम है। किसानों की परेशानी यह है कि जिस किसी भी इलाके में यह झूंड बैठ जाता है वहां की फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है।
अनुमान है कि इस इलाके में अचानक से करीब 15 से बीस हजार तोतो आ गये हैं। लेकिन कोई यह नहीं बता पा रहा है कि आखिर पक्षियों का यह झूंड कहा से आया है। लेकिन इतनी अधिक संख्या में उनका एक जगह पर होना अपने आप में बड़ी बात है।
स्थानीय किसानों के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों से यहां इस प्रजाति के तोतों के आने का सिलसिला देखा जा रहा था। यह पहला मौका है जब इतनी अधिक संख्या में हरे रंग और लाल चोंच वाले पक्षी यहां आ पहुंचे हैं। इस इलाके में उपजने वाला धान देश के लिए महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में किसानों की परेशानी का असर अनाज भंडार पर भी पड़ना तय है।
किसानों ने बताया कि जब यह पक्षी किसी पेड़ पर बैठे होते हैं तो उन्हें पहचान पाना कठिन होता है। लेकिन आसमान में जब पूरा झूंड उड़ता है तभी यह पता चल पाता है कि यहां हजारों की संख्या में यह प्रजाति आ पहुंची है। उनका मानना है कि धान की फसल और माहौल की वजह से भी शायद दूसरे इलाकों से यह पक्षी यहां डेरा डाले हुए हैं।