युद्ध

झापोरिझिया परमाणु संयंत्र पर विस्फोट से खतरा

युद्धरत दोनों देशों ने एक दूसरे पर बमबारी के आरोप लगाये

कियेबः यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूसी सेना ने झारोपिझिया के परमाणु बिजली संयंत्र पर हमला कर रही है। दूसरी तरफ पहली बार रूस की तरफ से यह कहा गया है कि दरअसल यह हमला यूक्रेन की तरफ से हो रहा है और वह इसकी जिम्मेदारी रूस पर डालना चाहता है। रूस ने कहा है कि इससे पहले पोलैंड में मिसाइल गिरने के वक्त भी यूक्रेन ने यही आरोप लगाये थे जो जांच में गलत साबित हुई। इसके बाद भी अब तक यूक्रेन की तरफ से औपचारिक तौर पर यह स्वीकार नहीं किया गया है कि पोलैंड की सीमा के अंदर गिरने वाली मिसाइल उसने दागी थी, जिससे दो लोगों की मौत हो गयी।

यूक्रेन ने कहा कि रविवार के दिन भी रूसी सेना ने इस परमाणु संयंत्र के इलाके में कमसे कम 12 बार मिसाइल दागे हैं। इसकी वजह से वहां की कई संरचनाओं को नुकसान पहुंचा है। यूक्रेन की परणामु एजेंसी के मुताबिक रूसी सेना के हमले से वहां का वॉटर टैंक, स्टीम जेनरेटर, कई डीजल इंजन सहित कई उपकरणों को नुकसान पहुंचा है। आरोप है कि तीन मिसाइल सब स्टेशन पर भी गिरे हैं। इससे साफ हो गया है कि रूस की रणनीति दरअसल यूक्रेन की बिजली को लगातार बाधित किये रखना है। कड़ाके की ठंड में देश के अनेक हिस्से में बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है क्योंकि रूसी हमले से बिजली संयंत्रो को नुकसान पहुंचा है। इस बार रूसी सेना ने जिस इलाके को निशाना बनाया है वह यहां के परमाणु बिजली घर की पांचवी और छठी इकाई को चालू करने से जुड़ी हैं। स्पष्ट है कि रूसी सेना इन इकाइयों को चालू नहीं होने देना चाहती है।

दूसरी तरफ रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस क्षेत्र पर हमला दरअसल यूक्रेन की सेना द्वारा किया गया है। दिनिप्रो नदी के पास मौजूद यूक्रेन की सेना ने मारगानेट्स शहर के इलाके से वहां हमला किया है। वैसे रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूसी सेना की जबावी कार्रवाई के बाद यूक्रेन की सेना शांत पड़ गयी। रूस का दावा है कि परमाणु बिजली घर के इलाके में परमाणु विकिरण का स्तर सामान्य है और खतरे जैसी कोई बात नहीं है। इसके बाद भी पूरी स्थिति की निरंतर समीक्षा की जा रही है ताकि विकिरण फैलने की स्थिति में तुरंत ही लोगों को आगाह किया जा सके।

इस बीच दक्षिण इलाके में रात भर तोप के गोले गिरने से लोग परेशान रहे हैं। अधिकांश लोगों को जान बचाने के लिए जमीन के नीचे बने सुरक्षित इलाके में ही रात गुजारनी पड़ी है। निकोपल इलाके में यह बमबारी रात भर जारी रही। आरोप है कि करीब चालीस रूसी लोगे रिहायशी इलाकों में गिरे हैं, जिससे घरों को नुकसान पहुंचा है। इसके अला पांच अन्य शहरों से भी इसी किस्म की सूचना मिली है। इसके बीच सिर्फ एक 59 वर्षीय व्यक्ति के घायल होने की सूचना मिली है।

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