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मिजोरम खदान हादसा में 11 शव बरामद,एक अब भी लापता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये  देने की घोषणा की

  • एबीसीआई कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज

  • हरित न्यायाधिकरण पुलिस की कार्रवाई

  • सोमवार की दोपहर हुआ था यह हादसा

भूपेन गोस्वामी

गुवाहाटी: मिजोरम में पत्थर की खदान का एक बड़ा हिस्सा ढहने और 12 मजदूरों के ऊपर गिरने के बाद अब तक  कुल 11शव बरामद किए जा चुके हैं। एक अब भी लापता है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रात दो और शव मिलने के बाद संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।

हनथियाल जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय गुरुंग ने कहा कि 1 और शवों को निकालने के लिए तलाशी अभियान जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिजोरम में पत्थर की खदान धंसने के कारण हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजन को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा की। घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हादसे में मृतक लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये, वहीं घायल हुए लोगों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना में मृत लोगों के प्रति शोक संवदेना व्यक्त की।

गौरतलब है कि दक्षिण मिजोरम के हनहथियाल जिले में सोमवार को दोपहर करीब 3 बजे पत्थर की एक खदान ढह गई थी। जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। बाद में मलबे से 2 और लोगों के शव निकले जिसके बाद इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने एक ट्वीट में कहा, खदान भूस्खलन, मौदढ़ गांव में खोज और बचाव अभियान अथक रूप से चलाया जा रहा है।

इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीड़ितों के प्रति मेरी संवेदना है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपनी संवेदना व्यक्त की।हनथियाल जिले के उपायुक्त की एक रिपोर्ट के अनुसार, 12 श्रमिकों में से पांच पश्चिम बंगाल के थे, जबकि तीन असम के और दो-दो झारखंड और मिजोरम के थे। मौदढ़ गांव के कुछ स्थानीय लोगों के अनुसार, कम से कम पांच उत्खननकर्ता और अन्य ड्रिलिंग मशीनें मलबे के नीचे दब गई हैं।

राज्य की राजधानी आइजोल से लगभग 160 किमी दूर स्थित पत्थर की खदान ढाई साल से चालू है।राज्य आपदा मोचन बल, मिजोरम सशस्त्र पुलिस कर्मी, सीमा सुरक्षा बल और असम राइफल्स के जवानों के साथ-साथ यंग मिजो एसोसिएशन के स्वयंसेवक बचाव अभियान में भाग ले रहे हैं। एक निजी कंपनी हनथियाल और डॉन गांव के बीच एक राजमार्ग का निर्माण कर रही है और खदान से पत्थर इकट्ठा करती है।

इस बीच, मिजोरम के हनाथियाल पुलिस स्टेशन ने अनुपम ब्रिक्स एंड कंक्रीट इंडस्ट्री (एबीसीआई) इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ हनाथियाल जिले के मौदर गांव में एक पत्थर खदान के ढहने के संबंध में स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है।  नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी कंपनी के खिलाफ स्वत: संज्ञान याचिका दायर की थी। एनजीटी ने मिजोरम में एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड सहित सात संबंधित प्राधिकरणों को 28 नवंबर को न्यायाधिकरण के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया है।

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