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एक दर्जन राज्यों में हो सकती है बारिश

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः देश के बारह राज्यो में फिर से बारिश और बिजली कड़कने का असर दिख सकता है। आसमान में पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति आज से ही बन चुकी है। इस कारण अनुमान है कि आगामी 19 नवंबर से इसका प्रभाव नजर आयेगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक एक साथ तीन पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव नजर आ रहा है। बताया गया है कि इसके असरदार होने की स्थिति में दक्षिण भारतीय राज्यों पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। दूसरी तरफ पर्वतीय राज्यों में बर्फबारी बढ़ने के आसार जताए हैं। दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उसके पड़ोस के आसपास एक निम्न दबाव का क्षेत्र तैयार होने की संभावना जताई गई है। वहीं इसके लो डिप्रेशन में तब्दील होने से कई राज्यों में मौसम में बड़ा बदलाव दिखेगा।

पर्वतीय राज्य में ओने वाली बर्फ़बारी के कारण दिल्ली समेत आसपास के राज्यों में ठंडी हवा का दस्तक देखा जाएगा। राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में तापमान में गिरावट जारी रहेगी। इसके अलावा 24 घंटे में राज्य के तापमान में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। पूरे राज्य में जहां तापमान में गिरावट का दौर जारी रहेगा। दिल्ली से लेकर मुंबई राजस्थान हरियाणा मध्यप्रदेश तक तापमान में गिरावट और भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। राजस्थान और हरियाणा के मौसम में भी भारी बदलाव देखने को मिलेगा। हरियाणा में बारिश की संभावना से इनकार किया गया है।

राजस्थान के कुछ हिस्से में कोहरे की दस्तक देखने को मिलेगी। केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में छिटपुट बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की उम्मीद है।तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी संभव है।अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में व्यापक बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।

एक तूफान जैसी स्थिति दक्षिण अंडमान सागर से सटे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर निर्मित है, जिससे मध्य क्षोभ मंडल स्तर तक खाली होने की आशंका जताई गई है। इसके प्रभाव से बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना जताई गई है।  वहीं 19 नवंबर को दिल्ली तमिलनाडु में भी इसकी स्थिति देखने को मिलेगी दरअसल 19 नवंबर को तृतीय तमिलनाडु के ऊपरी इलाके में एक पश्चिमी विक्षोभ निर्मित हो रहे मध्य क्षोभ मंडल स्तर में इसे देखा जा सकता है। वैसे पिछले सप्ताह की शुरुआत से ही तमिलनाडु और पुडुचेरी में लगातार बारिश हो रही है।

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