आदिवासी हैं तो लूट की छूट नहीं देंगे
डेढ़ साल पहले सरकार को पत्र लिखा था
यह सरकार दलालों के हाथों गिरवी हो गयी
राष्ट्रीय खबर
रांचीः आदिवासी होने के कारण राज्य को लूटने की छूट हेमंत सरकार को नही दी जा सकती है। जब तक इस लुटेरी सरकार को उखाड़ कर नही फेकेंगे तब तक चैन से नही बैठेंगे। ये बातें आज भाजपा विधायक दल के नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कही।
श्री मरांडी ने हेमंत सरकार पर हमला करते हुए कहा की मैँने डेढ़ साल पहले ही इस सरकार को साहेबगंज में खनिज पदार्थों की अवैध खनन और लूट के सम्बंध में विपक्षी दल होने का धर्म निभाते हुए पत्र लिखकर,ट्विटर ,फेसबुक तथा प्रेस के माध्यम से आगाह करते रहने की कोशिश की थी लेकिन यह सरकार मेरी बातों को गंभीरता से नही ली और लूट की घटना को होने दी।
सरकार के संरक्षण में रात्रि समय जल मार्ग से माल ढुलाई की नियम को भी धत्ता बताते हुए ढुलाई होने दिया गया। उसका नतीजा है आज साहेबगंज की खनिज पदार्थों की लूट की कहानी। केवल एक जिला में एक हजार करोड़ रुपए का घोटाला। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता और विपक्ष दो पहिये की तरह होते है सत्ता में जो दल रहता है वो सरकार चलाती है। अगर सरकार रास्ते से भटक जाए तो विपक्ष उसे रास्ते मे लाने की कोशिश करती है। लोकतंत्र की यही खूबसुरती है। लेकिन राज्य की हेमन्त सरकार लोकतंत्र की मर्यादा से बाहर जा रही है और विपक्ष जो सरकार के काले कारनामे की पोल खोल रही है उसे डराने और धमकाने की कोशिश करती है।
इस सरकार में अमूमन देखा जाता है कि राज्य की पुलिस का प्रयोग एक टूल की तरह किया जाता है जबकि पुलिस का काम है अपराधियों को पकड़ने की। हद तो तब हो जाती है जब पुलिस शिकायत करने वालों को ही गिरफ्तार करके झूठे मुकदमों में फंसा दिया जाता है।
श्री मरांडी ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के द्वारा भाजपा के कार्यकर्ताओं को धमकी देने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा वाले लगातार हेमन्त सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाते रहते उसे परेशान होकर हेमन्त सरकार उल जुलूल बयान बाजी कर रही है। अब उन्हें डराने और धमकाने का काम कर रहे है। ऐसी धमकियों से भाजपा के कार्यकर्ता डरने वाले नही है। हम सब उसका मुकाबला डट कर करेंगे।