हवाई अड्डे पर स्वागत करने खुद पहुंचे थे नरेंद्र मोदी
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कई मुद्दों पर रणनीतिक साझेदारी
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हैदराबाद हाउस में हुई महत्वपूर्ण बैठक
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राष्ट्रपति मुर्मू से भी मिले अमीर शेख
नईदिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के बीच मंगलवार को हैदराबाद हाउस में वार्ता हुई, जिसके बाद भारत और कतर ने अपने संबंधों को व्यापार, ऊर्जा, निवेश और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करते हुए रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने का निर्णय लिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि दोनों देश के शीर्ष नेताओं के बीच व्यापक मुद्दों पर वार्ता हुई है। वार्ता में दोनों देशों के बीच आपसी गहरे और पारंपरिक संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया गया। प्रवक्ता ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर महामहिम शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने आज हैदराबाद हाउस में व्यापक चर्चा की।
दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने व्यापार, ऊर्जा, निवेश, नवाचार, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत-कतर संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेताओं के द्विपक्षीय वार्ता से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कतर के अमीर का हैदराबाद में गर्मजोशी से स्वागत किया।
श्री मोदी ने कतर के अमीर के आगमन पर प्रोटोकॉल तोड़ कर स्वयं हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था। इससे पहले आज सुबह कतर के अमीर का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। श्री मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कतर के अमीर का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी सोमवार शाम को अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की। कतरी विज्ञप्ति के अनुसार, बैठक के दौरान उन्होंने नवीनतम क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास के अलावा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग संबंधों पर चर्चा की। बैठक में प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल-थानी और उनके साथ आए आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के कई वरिष्ठ सदस्य शामिल हुए।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत-कतर की भावी साझेदारी स्थिरता, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता तथा ऊर्जा के स्तंभों पर टिकी होगी। श्री गोयल ने मंगलवार को यहां भारत-कतर व्यापार मंच के उद्घाटन सत्र में यह बात कही। कतर के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री शेख फैसल बिन थानी बिन फैसल अल थानी इस सत्र में मुख्य अतिथि थे। श्री गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी विश्वास, व्यापार और परंपरा की नींव पर टिकी है।
उन्होंने कहा कि व्यापार की शर्तें बदल रही हैं, जो ऊर्जा व्यापार से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), क्वांटम कंडक्टिंग, सेमीकंडक्टर आदि जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों तक विकसित हो रही हैं। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव, जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा खतरों और दुनिया भर में स्थानीयकरण पर ध्यान केंद्रित करने के संदर्भ में पूरी दुनिया एक बड़े बदलाव से गुजर रही है।
उन्होंने कहा कि भारत और कतर एक दूसरे के पूरक हैं और समृद्धि तथा बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम साथ मिलकर व्यापार और निवेश के मामले में बदलाव के लिए तैयार हैं। उन्होंने कतर के व्यवसायी संघ (क्यूबीए) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के बीच हस्ताक्षरित दो समझौता ज्ञापनों और इन्वेस्ट कतर और इन्वेस्ट इंडिया के बीच एक अन्य समझौता ज्ञापन का भी उल्लेख किया।
श्री गोयल ने व्यापार और वाणिज्य पर संयुक्त कार्य समूह को मंत्री स्तर पर पदोन्नत करने की भी घोषणा की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उद्धृत करते हुए कहा, आज चाहे बड़े देश हों या वैश्विक मंच, भारत में विश्वास पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं। उन्होंने व्यापार जगत के नेताओं से उसी भावना और विश्वास के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया।