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अडाणी समूह ने बकाया वसूली पर दबाव बढ़ाया

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राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः भारत का अडाणी समूह बांग्लादेश को बिजली के लिए कोई और रियायत देने को तैयार नहीं है। उनकी सम्पूर्ण बिजली आपूर्ति भारत से होगी। लेकिन ढाका को कोई अतिरिक्त छूट या कर छूट नहीं मिलेगी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि अडाणी की बिजली कंपनी अडाणी पावर ने इस संबंध में बांग्लादेश के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है।

झारखंड में गोड्डा स्थित अडाणी समूह के बिजली उत्पादन संयंत्र से पूरे बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति की जाती है। 2017 के समझौते के अनुसार, झारखंड के गोड्डा थर्मल पावर प्लांट से बांग्लादेश को 1,600 मेगावाट बिजली निर्यात की गई थी। लेकिन पिछले अक्टूबर में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने इस आपूर्ति को आधा कर दिया।

उन पर अडाणी परिवार का 5,500 करोड़ रुपया से अधिक बिजली बिल बकाया है। इस भारी बकाया को ध्यान में रखते हुए तथा सर्दियों के दौरान बिजली की कम मांग के कारण, ढाका ने घोषणा की कि वह आपूर्ति आधी कर देगा। इसके बाद अडाणी समूह ने नवंबर से गोड्डा में एक यूनिट संचालित की थी।

हाल ही में गर्मी को देखते हुए अडाणी समूह से दोबारा पूरी बिजली आपूर्ति का अनुरोध किया गया। ढाका ने अतिरिक्त कर छूट और कुल बकाया राशि में कमी का भी अनुरोध किया। बांग्लादेश की बिजली कंपनी बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) ने इस संबंध में अडाणी पावर के अधिकारियों से अनुरोध किया था। लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया। 2017 के समझौते के अनुसार, अडाणी पावर बांग्लादेश को 25 वर्षों तक बिजली की आपूर्ति करेगी।

अडाणी समूह पहले ही भारी बकाया भुगतान के लिए बांग्लादेश का पीछा कर रहा है। उन्होंने अक्टूबर में बीपीडीबी को एक पत्र भेजा। इसमें कहा गया था कि यदि धनराशि का भुगतान नहीं किया गया तो समझौते की शर्तों के अनुसार बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी। इसके बाद तीन महीने तक आधी बिजली आपूर्ति बंद रही। पूर्ण आपूर्ति बहाल की जा रही है। सूत्रों के अनुसार पिछले मंगलवार को इस मुद्दे पर बीपीडीबी और अडाणी पावर के अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी।

सूत्रों का कहना है कि अडाणी इस बार बांग्लादेश को थोड़ी सी भी रियायत देने के लिए तैयार नहीं हुए हैं। बीपीडीबी ने आपसी समझ की बात कही। लेकिन तब भी अडाणी के अधिकारी सहमत नहीं हुए। इस मामले पर बीपीडीबी का कोई भी अधिकारी टिप्पणी नहीं करना चाहता। हालांकि, बीपीडीबी के अध्यक्ष मोहम्मद रजाउल करीम ने पहले दावा किया था कि अडाणी पावर के बकाये का भुगतान करने के प्रयास चल रहे हैं।

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