किरेन रिजिजू की मौजूदगी में आयोजित हुआ समारोह
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पेमा कांडू ने विकास योजना की घोषणा की
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एक्स पर इस उपलब्धि की जानकारी सांझा की
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संबंधित एजेंसियों के सहयोग का आभार जताया
राष्ट्रीय खबर
गुवाहाटीः आजादी के 78 वर्षों बाद अंततः अरुणाचल प्रदेश के एक दूरस्थ गांव की किस्मत खुल ही गयी। सीएम पेमा खांडू ने ताली क्षेत्र के विकास के लिए 44 करोड़ रुपये से अधिक की घोषणा की अरुणाचल प्रदेश के ताली निर्वाचन क्षेत्र के सुदूर गांव पिप्सोरंग ने 78 साल में पहली बार सड़क संपर्क स्थापित करके ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने एक्स पर एक पोस्ट में यह खबर साझा की, जिसमें विधायक जिक्के ताको, ग्रामीण निर्माण विभाग (आरडब्ल्यूडी), स्थानीय प्रशासन और ठेकेदारों के सहयोगात्मक प्रयासों की सराहना की।
खांडू ने एक्स पर लिखा, यह सिर्फ एक सपना ही नहीं बल्कि एक वादा भी पूरा हुआ है। उन्होंने सभी हितधारकों से 55 किलोमीटर की ताली-पिप्सोरंग सड़क परियोजना को समय पर पूरा करने का आह्वान किया, जिसमें क्षेत्र में विकास लाने के लिए निरंतर प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला गया। ताली निर्वाचन क्षेत्र में सड़क नेटवर्क को बेहतर बनाने पर केंद्रित 515 करोड़ रुपये की कई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं वर्तमान में चल रही हैं।
इस गति को आगे बढ़ाते हुए, सीएम खांडू ने क्षेत्र में विकास पहलों को और तेज करने के लिए 44.50 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मंजूरी की घोषणा की। नए फंड का इस्तेमाल अरुणाचल प्रदेश के सबसे अलग-थलग इलाकों में से एक में कनेक्टिविटी बढ़ाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
इस उपलब्धि को राज्य सरकार की दूर-दराज के इलाकों में विकास संबंधी अंतर को पाटने की प्रतिबद्धता के तौर पर मनाया जा रहा है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री किरेण रिजिजू भी उनके साथ मौजूद थे। गलवान घाटी की घटना के बाद से भारत ने खास तौर पर अरुणाचल प्रदेश में आधारभूत संरचनाओं के विकास पर अधिक ध्यान दिया है। इसके तहत चीन की सीमा के करीब तक ऐसी पहुंच पथों का निर्माण किया गया है जो सालों भर चालू रहेंगे और जरूरत पड़ने पर भारतीय सेना इन रास्तों से बहुत जल्द चीन की सीमा तक पहुंच सकेगी।