संसद में जारी गतिरोध के बीच सपा प्रमुख का बयान
राष्ट्रीय खबर
लखनऊः समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं का राजनीतिकरण कर दिया है, जिससे लोगों का इनसे विश्वास उठ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, संवैधानिक संस्थाएं जनता के बजाय भाजपा के लिए काम कर रही हैं। देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है, संविधान के अनुसार काम नहीं हो रहा है। सत्ता की भूख ने भाजपा को बर्बाद कर दिया है। उनकी कार्यप्रणाली और रवैया तानाशाही है।
संसद में कई दिनों से जारी गतिरोध के बीच ही सपा प्रमुख ने नये सिरे से यह बयान देकर राजनीतिक गरमी पैदा कर दी है। सपा प्रमुख ने कहा, विपक्ष, आम जनता, युवा, किसान, व्यापारी, कर्मचारी किसी को भी भाजपा सरकार पर कोई विश्वास नहीं है। वे बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और किसानों की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।
भाजपा सरकार को जनता की कोई परवाह नहीं है, क्योंकि वह वोट से नहीं बल्कि छल से चुनाव जीतकर सरकार बनाती है। किसानों को दोगुनी आय का भरोसा दिया गया, लेकिन कुछ नहीं मिला।
दिल्ली की सीमा पर जारी किसान आंदोलन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, आज तक भाजपा ने एमएसपी पर कोई फैसला नहीं लिया। किसानों की समस्याओं पर समिति बनाने का प्रस्ताव फाइलों तक ही सीमित रह गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि युवाओं को बड़े-बड़े सपने दिखाए गए और हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया गया, लेकिन 10 साल में 10 लाख नौकरियां भी नहीं दी गईं।
सपा प्रमुख ने कहा, कई औद्योगिक संस्थानों में कर्मचारियों की छंटनी कर दी गई और नौकरियों के लिए भर्ती परीक्षाएं पेपर लीक का शिकार हो गईं। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर केवल खोखले वादे किए गए।