महाराष्ट्र की चुनावी रैली में प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर हमला किया
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भ्रष्टाचार में कांग्रेस डबल पीएचडी है
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कांग्रेस देश को बांटने की साजिश करती है
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नये नारों से एनडीए के प्रत्याशी परेशानी में
राष्ट्रीय खबर
मुंबईः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को चुनावी राज्य महाराष्ट्र में एक रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी महा विकास अघाड़ी पर तीखा हमला किया और उन्हें भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी कहा। महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं।
चंद्रपुर के चिमूर में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, चंद्रपुर के लोग सालों से रेल संपर्क की मांग कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस और अघाड़ी ने ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र का तेजी से विकास अघाड़ी की पहुंच से बाहर है। उन्होंने केवल विकास कार्यों पर रोक लगाने में पीएचडी की है… और कांग्रेस इसमें डबल पीएचडी है… अघाड़ी यानी भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी
(अघाड़ी का मतलब है भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी)… अघाड़ी यानी खिलाड़ी…, उन्होंने यह टिप्पणी उस समय की जब वह राज्य में मौजूदा महायुति सरकार की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए प्रचार कर रहे थे। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे और नतीजे तीन दिन बाद घोषित किए जाएंगे।
चिमूर रैली में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी हिंसा और अलगाववाद से राजनीतिक रूप से लाभान्वित हो रहे हैं। मोदी ने कहा, कुछ ही हफ्ते पहले हमने देखा कि जम्मू-कश्मीर में क्या हुआ। यह क्षेत्र दशकों से अलगाववाद और आतंकवाद के कारण जल रहा है।
जिस कानून के तहत यह सब हुआ, वह अनुच्छेद 370 था। और यह अनुच्छेद 370 कांग्रेस की विरासत थी। जैसे ही हमने इसे समाप्त किया, हमने कश्मीर को भारत और उसके संविधान के साथ पूरी तरह से एकीकृत कर दिया। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि शाही परिवार की हमेशा से यही मानसिकता रही है कि वे देश पर राज करने के लिए ही पैदा हुए हैं।
यही वजह है कि आजादी के बाद कांग्रेस ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया। मोदी ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे से चिढ़ती है। 1980 के दशक में जब राजीव गांधी की पार्टी थी, तब उसने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को मिले विशेष अधिकारों पर सवाल उठाते हुए विज्ञापन प्रकाशित किया था।
रैली में उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस एकता को तोड़ना चाहती है। मोदी ने कहा, आपकी एकता को तोड़ना कांग्रेस का खतरनाक खेल है। अगर आदिवासी समाज जातियों में बंट गया तो उसकी पहचान और ताकत खत्म हो जाएगी। कांग्रेस के युवराज ने खुद विदेश में रहते हुए इसकी घोषणा की है। इसलिए मैं कहता हूं कि हमें कांग्रेस की इस साजिश का शिकार नहीं होना चाहिए।
हमें एकजुट रहना होगा। इसी रैली में उन्होंने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) पर भी हमला बोला और उस पर भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा खिलाड़ी होने और राज्य में विकास को रोकने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा, महाराष्ट्र का तेज़ विकास अघाड़ी की पहुंच से बाहर है। उन्होंने कहा, उन्होंने विकास कार्यों पर रोक लगाने में पीएचडी की है। कांग्रेस के पास इसमें डबल पीएचडी है। उन्होंने कहा, अघाड़ी यानी भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रचार अभियान का केंद्रबिंदु ‘एक हैं तो सेफ हैं‘ बनाया है और यह नारा राज्य की मुस्लिम बहुल सीटों पर सबसे ज़्यादा गूंज रहा है, जहाँ हर वोट मायने रखता है। ऐसी ही एक सीट ठाणे जिले में भिवंडी पूर्व है, जिसमें 55 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम आबादी है और पिछले तीन चुनावों में 1,300 से 3,300 वोटों के बीच मामूली जीत का अंतर देखा गया है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के तहत शिवसेना ने 2010 और 2014 में सीट जीती थी, लेकिन समाजवादी पार्टी (एसपी) के रईस शेख ने 2019 में इसे जीत लिया और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के उम्मीदवार के रूप में फिर से चुनाव में हैं। इस बार शेख को पीएम के नए नारे से सबसे बड़ी चुनौती मिल रही है।
ये ‘बटोगे तो मारोगे’ जैसे नारे किसी और जगह के लिए अच्छे हैं, लेकिन यह (महाराष्ट्र) एक ऐसा राज्य है जो अंबेडकर की विचारधारा का पालन करता है। यह एक प्रगतिशील राज्य है। मुझे यहां ऐसे नारों के लिए कोई जगह नहीं दिखती…वास्तव में वे जितना अधिक ऐसा करेंगे, हमारी जीत की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी, शेख ने बताया।