पूर्व की चर्चा फिर से सही साबित हुई मेघालय में
राष्ट्रीय खबर
गुवाहाटः मेघालय में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है जब उसके 3 विधायक एनपीपी में शामिल हुए। तीन कांग्रेस विधायक गेब्रियल वाहलांग, चार्ल्स मार्नगर और सेलेस्टाइन लिंगदोह आज एनपीपी में शामिल हो गए, जिससे इस पुरानी पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
इन विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद मेघालय विधानसभा में कांग्रेस की ताकत घटकर सिर्फ 1 रह गई है, वहीं एनपीपी ने अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है और इन विधायकों के शामिल होने से इसकी संख्या 31 हो गई है।
तीनों विधायकों को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने एनपीपी में शामिल किया। गेब्रियल वाहलांग नोंगस्टोइन विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, चार्ल्स मार्नगर मावती से विधायक हैं और सेलेस्टाइन लिंगदोह उमसिंग से कांग्रेस विधायक थीं।
यह घटनाक्रम कांग्रेस के नोंगस्टोइन विधायक गेब्रियल वाहलांग और मावती विधायक चार्ल्स मार्नगर को कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पिछले शुक्रवार को एमपीसीसी द्वारा 6 साल के लिए निलंबित किए जाने के बाद हुआ है।
वैसे काफी समय से इस फेरबदल की अटकलें लगायी जा रही थी और शायद कांग्रेस आलाकमान ने भी इन विधायकों का जाना तय मान लिया था। इसी वजह से पार्टी बदलने की चर्चा के बाद भी कांग्रेस की तरफ से उन्हें अपने साथ जोड़े रखने की कोई पहल भी नहीं की गयी।
वैसे इन तीन विधायकों के अलग होने से अब कांग्रेस संगठन को नये सिरे से विधायकों के चुनाव क्षेत्र में अपने संगठन के लिए नये सिरे से प्रयास करना पड़ेगा। वैसे भी स्थानीयता की राजनीति के हावी होने की वजह से अब समूचे पूर्वोत्तर में असम और मणिपुर को छोड़कर शेष में अब राष्ट्रीय दलों की अहमियत काफी कम हो चुकी है। स्थानीय दलों ने राज्य की राजनीति को अपने पाले में कर लिया है।