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विनेश का वजन रातोंरात कैसे बढ़ा

पूरे घटनाक्रम से आने लगी है किसी साजिश की बू

राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः देश के एक वर्ग ने विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित होते ही खुशियां मनायी। सोशल मीडिया पर अनेक लोग इस बारे में दलीलें देने लगे मानों वे खुद घटना के वक्त वहां मौजूद थे। इतना कुछ होने के बाद भी सच धीरे धीरे बाहर आने लगा है। पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 50 किग्रा कुश्ती बाउट के पहले दिन (6 अगस्त) विनेश फोगट का वजन 49.9 किलोग्राम था।

मंगलवार को लगातार तीन मुकाबले जीतकर ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनने के बाद, विनेश को कुछ आभास हुआ और उन्होंने वजन जांचने के लिए कहा। उनका वजन करीब 3 किलोग्राम ज्यादा था। सुबह 49.9 किलोग्राम वजन वाली पहलवान का रात में 2.7 किलोग्राम वजन कैसे बढ़ गया? और वह भी तीन मिनट की तीन भीषण कुश्ती मुकाबलों में भाग लेने के बाद? जिस तरीके से देश में प्रचार प्रारंभ हुआ उसी ने यह संदेह बढ़ा दिया कि दाल में कुछ काला है।

कुश्ती मुकाबलों के दौरान वजन बढ़ना कोई असामान्य बात नहीं है; न ही पहलवान को वजन पास करने के लिए सख्त व्यवस्था से गुजरना पड़ता है। ज्यादातर पहलवान ताकत का लाभ हासिल करने के लिए अपने मूल शरीर के वजन से कम वजन श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करते हैं। पेरिस में हालांकि, उन्होंने ओलंपिक कोटा हासिल करने के लिए अपना वजन और कम कर लिया था, क्योंकि 53 किग्रा का स्थान अंतिम पंघाल को मिला था।

सख्त व्यवस्था के बाद, जिसमें बहुत कम भोजन और पानी का सेवन, अत्यधिक व्यायाम और सॉना शामिल है, एक पहलवान समापन की सुबह अनुमेय वजन सीमा के भीतर रहने के लिए जाता है, उसे हल्का भोजन, थोड़ा पानी और अन्य पोषक तत्व लेने की अनुमति होती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कुश्ती मुकाबलों में टिकने के लिए उसके पास पर्याप्त ताकत और ऊर्जा है।

इसके परिणामस्वरूप वजन बढ़ता है, जिसे अगले दिन के वजन से पहले पदक राउंड के लिए क्वालीफाई करने वाले पहलवानों द्वारा फिर से कम किया जाता है। विनेश के कोच और सहयोगी स्टाफ के सदस्यों को भी कुछ इसी तरह की उम्मीद थी।

फिर क्या गलत हुआ कि विनेश का वजन अनुमेय सीमा से 100 ग्राम कैसे अधिक हो गया, जिसके परिणामस्वरूप उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। दल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. दिनशॉ पारदीवाला वजन घटाने की प्रक्रिया को समझाने की कोशिश करते हुए निराश दिखे।

उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव चाल का इस्तेमाल किया गया कि विनेश निर्धारित सीमा के भीतर रह सके। उन्होंने कहा, वजन घटाने की प्रक्रिया में सुबह के वजन मापने तक व्यायाम और सॉना से पसीना आने के साथ-साथ भोजन और पानी पर गणना की गई पाबंदी शामिल है।

वजन घटाने से कमजोरी और ऊर्जा की कमी होती है, जो भागीदारी के लिए प्रतिकूल है। गलत गणना और दुर्भाग्य के संयोजन के कारण विनेश का वजन बढ़ गया और उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। पारदीवाला ने कहा कि विनेश के पोषण विशेषज्ञ ने 1.5 किलोग्राम वजन बढ़ने की उम्मीद की थी, लेकिन दुर्भाग्य से यह 2.7 किलोग्राम था।

अंत में, विनेश को स्वर्ण पदक मुकाबले की सुबह वजन मापने में 100 ग्राम अधिक वजन पाया गया, जिसके परिणामस्वरूप उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। लेकिन अब तक टीम के साथ गये लोगों ने यह नहीं बताया कि आखिर वह कौन सी बात थी, जिसकी वजह से ऐसा हुआ।

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