अस्थायी पुल बनाकर लोगों की बचाने की कवायद जारी
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पूरी तरह सुबह होने के पहले हादसा हुआ
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वायुसेना के हेलीकॉप्टर भी तैनात किये गये
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प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर शोक जताया
वायनाड: केरल में वायनाड जिले के वेल्लारीमाला गांव में मंगलवार सुबह दो बड़े भूस्खलन की घटना में 63 लोगों की मौत हो गयी और 70 अन्य घायल हो गये। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक आठ महिलाओं सहित 43 शवों को वायनाड जिले के मेप्पाडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखा गया है जबकि आठ अन्य शव वायनाड जिले के मेप्पाडी में निजी अस्पताल में रखे गये हैं।
मलप्पुरम जिला पुलिस अधीक्षक एस शशिधरन ने संवाददाताओं को बताया कि पोथुकल में चलियार नदी में तैरते हुए मिले आठ शवों को नीलांबुर के सरकारी जिला अस्पताल में रखा गया है। जिले में पांच स्थानों पर पीड़ितों के कई शवों के अंग भी बरामद किए गए हैं।
पीड़ितों को बचाने के लिए आपातकालीन बल और पुलिस ने चलियार नदी में तलाशी अभियान शुरू किया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम ने भारी बारिश के बावजूद वायनाड जिले के कलपेट्टा शहर से 08 किलोमीटर दूर चूरलमाला नदी को पार किया और बचाव अभियान चलाया।
रक्षा कर्मियों की एक टीम दोपहर करीब दो बजे चूरलमाला पहुंची और वहां फंसे 250 लोगों को बचाने के लिए चूरलमाला और मुंदकई को जोड़ने वाला एक अस्थायी पुल बनाया। उन्होंने बताया कि मुंदक्कई के पहाड़ी इलाकों में करीब 150 लोग फंसे हुए हैं और करीब 100 लोग एक रिसॉर्ट में फंसे हुए हैं। मलबे से शवों को निकालने के लिए डॉग स्क्वायड को भी लगाया गया है।
प्रारंभिक सूचना में जबर्दस्त भूस्खलन होने की सूचना आयी थी। उसके बाद धीरे धीरे मौत का आंकड़ा बढ़ता ही चला गया। बचाव कर्मियों को आशंका है कि इस बारिश में हुए भूस्खलन की वजह से मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।
अधिकारियों ने बताया कि मेप्पाडी पंचायत के वेल्लारीमाला गांव के मुंडकाई और चूरलमाला में भूस्खलन में कई घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। बचावकर्मियों ने बताया कि मुंडकाई और चूरलमाला में मलबे से 10 शव बरामद किए गए हैं और लगभग 30 घायल लोगों को मेप्पाडी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि मुंडकाई निवासियों ने सुबह छह बजे के आसपास चार शव बरामद किए और शेष सुबह करीब साढ़े आठ बजे चालियार और चूरलमाला से बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि मुंडकाई को चूरलमाला शहर से जोड़ने वाला एक पुल और सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गये, इसलिए भारी बारिश के कारण दुर्घटना स्थल तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण मुंडकाई और अट्टामाला क्षेत्र अलग-थलग पड़ गए हैं और जिला प्रशासन ने जिले के सभी विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भूस्खलन तड़के करीब दो बजे और चार बजे हुआ। वायु सेना के दो हेलिकॉप्टर एमएच 17 और एएलएच हवाई दृश्य लेने और प्रभावित लोगों को हवाई मार्ग से ले जाने के लिए सुलूर से रवाना होंगे। श्री राजन ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें जिले में पहुंच गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को केरल के वायनाड में भूस्खलन में जन-धन की हानि पर दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन को स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। श्री मोदी ने इन हादसों में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।