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नीट यूजी विवाद में दोषियों को सजा का भरोसा

सत्र के चौथे दिन राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का संबोधन


  • विरोध और बाधा दो अलग चीजें हैं

  • आगामी बजट का भी संकेत दिया

  • दुष्प्रचार का जवाब दिया है कश्मीर ने


राष्ट्रीय खबर

नईदिल्लीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया, तीसरी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के गठन के बाद यह उनका पहला राष्ट्रपति अभिभाषण था। राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई दी और 2024 के लोकसभा चुनाव सफलतापूर्वक कराने के लिए चुनाव आयोग की सराहना की। राष्ट्रपति मुर्मू ने सरकार की उपलब्धियों के बारे में बात की और कहा कि आगामी बजट भविष्य की दूरदर्शिता का दस्तावेज होगा।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को 18वीं लोकसभा के पहले संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि नीतियों का विरोध करना और संसद में बाधा डालना दो अलग-अलग चीजें हैं। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाना देश के हर नागरिक की आकांक्षा और संकल्प है और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए।

उन्होंने कहा, नीतियों का विरोध और संसदीय कामकाज में बाधा डालना दो अलग-अलग बातें हैं। जब संसद अपना कामकाज सुचारू रूप से चलाती है, यहां स्वस्थ विचार-विमर्श होता है और दूरगामी निर्णय लिए जाते हैं, तो लोगों का न केवल सरकार बल्कि पूरी व्यवस्था पर भरोसा बढ़ता है। उन्होंने 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद को अपने पहले संबोधन में कहा, इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि संसद के हर पल का पूरा उपयोग किया जाएगा और जनहित को प्राथमिकता दी जाएगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को कहा कि नवगठित नरेन्द्र मोदी सरकार का पहला आम बजट भविष्योन्मुख और सुधारों को आगे बढ़ाने वाला होगा तथा इसमें कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे जो भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की ओर ले जाएंगे। श्रीमती मुर्मु ने संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना दिया है।

गत 10 वर्षों में भारत 11वें स्थान से उठकर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। दुनिया के वि•िान्न हिस्सों में महामारी और संघर्षों के बावजूद भारत तीव्र विकास दर को हासिल करने में सक्षम रहा है। यह पिछले 10 वर्षों में राष्ट्रीय हित में किए गए सुधारों और निर्णयों के कारण संभव हुआ है। आज भारत वैश्विक विकास में 15 प्रतिशत का योगदान देता है।

सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी सत्रों में यह सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य की सोच का प्रभावी दस्तावेज होगा। बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ इस बजट में कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि इस लोक सभा में जन कल्याण के फैसलों का नवीन अध्याय लिखा जाएगा। भारत के तेज विकास की जन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सुधारों की गति अब और तेज की जाएगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि देश की श्रम शक्ति का सम्मान, कल्याण और सशक्तीकरण सरकार की प्राथमिकता है। श्रीमती मुर्मु ने 18वीं लोकसभा के गठन के बाद गुरुवार को संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को एकीकृत कर रही है। डिजिटल इंडिया तथा डाकघरों के नेटवर्क का उपयोग करके दुर्घटना और जीवन बीमा के दायरे को बढ़ाने का काम हो रहा है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को कहा लोक सभा चुनाव में कश्मीर घाटी के लोगों की अभूतपूर्व भागीदारी ने जम्मू-कश्मीर के बारे में विश्वस्तर पर चल रहे दुष्प्रचार अभिायान का करारा जवाब दिया है। श्रीमती मुर्मु ने संसद के दोनों संदनों की बैठक को संबोधत करते हुए शुरू में ही 2024 के लोक सभा चुनावों की सफलता का उल्लेख किया । इसी संदर्भ में उन्होंने कश्मीर घाटी में मतदान के नए रिकार्ड कायम होने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘कश्मीर घाटी में मतदान के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं और वहां के लोगों ने जम्मू-कश्मीर के बारे में दुनिया में फैलाए जा रहे दुष्प्रचार का करारा जवाब दिया है। आम आदमी पार्टी के सांसदों ने आबकारी नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीबीआई रिमांड के विरोध में राष्ट्रपति मुर्मू के संसद में अभिभाषण का बहिष्कार किया।

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