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काशी पर टिकी है देश विदेश की नजरें

सात चरणों के अंतिम चरण में 57 सीटों पर होगा मतदान


  • नरेंद्र मोदी का मुकाबला इस बार अजय राय से है

  • हरसिमरन कौर, कंगना रानौत और मीसा दौड़ में

  • अनुराग ठाकुर, रवि किशन और अभिषेक प्रत्याशी


राष्ट्रीय खबर

नईदिल्ली: देश की सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर विख्यात वाराणसी के लोग सातवें और अंतिम चरण के मतदान में लोकतंत्र के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। काशी के लिए शनिवार यानी एक जून का दिन निर्णायक होने वाला है।

इस दिन लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें पड़ाव के अंतर्गत वाराणसी में मतदान होगा। इस मतदान पर न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं। वाराणसी का चुनाव यह तय करेगा कि क्या यहां से केवल एक सांसद चुनकर जाएगा या फिर तीसरी बार देश को काशी नेतृत्व की बागडोर देने जा रहा है।

यह चुनाव काशीवासियों के लिये उनके शहर के साथ ही देश की भी तस्वीर और तकदीर बदलने में निर्णायक सिद्ध होगा। वाराणसी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने सभी तैयारियों को पुख्ता कर ली हैं। वाराणसी लोक सभा क्षेत्र से कुल सात प्रत्याशी इस चुनाव प्रक्रिया के जरिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

इनके भाग्य का फैसला 19 लाख 97 हजार 577 मतदाता करेंगे, जिसमें नौ लाख 13 हजार 692 महिला वोटर्स शामिल हैं। आधी आबादी वाराणसी में निर्णायक भूमिका में है जो नारी सम्मान, स्वालम्बन से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखकर वोट करेंगी। वहीं, 18 से 19 वर्ष के 37,226 फर्स्ट टाइम वोटर भी इस चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे।

उल्लेखनीय है कि वाराणसी लोक सभा से सात प्रत्याशी मैदान में है जिनमें दो बार वाराणसी का सांसद बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मिलित हैं और इस बार जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद से मैदान में उतरे हैं। लगातार दो बार मोदी से शिकस्त खाकर तीसरे नंबर पर रहे , इंडिया गठबंधन के अजय राय इंडियन नेशनल कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा अतहर जमाल लारी-बहुजन समाज पार्टी, गगन प्रकाश यादव-अपना दल (कमेरावादी), कोलीशेट्टी शिवकुमार- युग तुलसी पार्टी के अतिरिक्त संजय कुमार तिवारी व दिनेश कुमार यादव-निर्दल प्रत्याशी के तौर पर अपना-अपना भाग्य आजमा रहे हैं।

देश में 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए करीब दो महीने तक चले हाई-वोल्टेज प्रचार के बाद अब सभी की निगाहें शनिवार को अंतिम चरण में 57 संसदीय सीटों के लिए होने वाले मतदान पर टिकी है। केंद्रशासित चंडीगढ़ की एक सीट समेत हिमाचल प्रदेश और पंजाब की सभी सीटों के साथ, ओडिशा (छह), उत्तर प्रदेश में (13) , पश्चिम बंगाल में (नौ) तथा बिहार में आठ एवं झारखंड (तीन) सीटों पर भी मतदान होगा। वर्ष 2019 के आम चुनावों में इन 57 में से भाजपा ने 25 सीटें जीतीं, तृणमूल कांग्रेस ने नौ और कांग्रेस ने आठ सीटें जीती थी।

अंतिम चरण के चुनाव में कुल 904 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें पंजाब से 328, उत्तर प्रदेश से 144, बिहार से 134, ओडिशा से 66, झारखंड से 52, हिमाचल प्रदेश से 37 और चंडीगढ़ से चार प्रत्याशी शामिल हैं। प्रमुख उम्मीदवारों में प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर , अभिनेत्री से नेत्री बनी कंगना रनौत, हरसिमरत कौर बादल, रवि किशन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी तथा अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं। इससे पहले सात चरणों वाले चुनावों के लिए 75 दिनों तक चला प्रचार अभियान गुरुवार को समाप्त हो गया।

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