मिलिट्री इंटेलिजेंस की चेतावनी का सच सामने आया
राष्ट्रीय खबर
तिरुअनंतपुरमः यहां की मलप्पुरम पुलिस की साइबर अपराध इकाई ने एक ऑनलाइन रैकेट में मुख्य आरोपी समझे जाने वाले कर्नाटक मूल के एक व्यक्ति से 40,000 से अधिक सिम कार्ड, 180 मोबाइल फोन और छह बायोमेट्रिक रीडर जब्त किए।
अब्दुल रोशन (46) को डीसीआरबी (जिला अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के डीएसपी वीएस शाजू के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने बुधवार रात मदिकेरी स्थित उनके घर से हिरासत में ले लिया। जांच 10 मार्च को वेंगारा के एक मूल निवासी की शिकायत पर शुरू हुई, जिसने एक ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में 1.08 करोड़ रुपये खो दिए थे।
प्रारंभिक जांच में इसे साइबर फ्रॉड का ही मामला माना गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने साइबर धोखाधड़ी के शिकार लोगों से ओटीपी संदेश प्राप्त करने के लिए फोन और सिम कार्ड का इस्तेमाल किया। रोशन के नेटवर्क का हिस्सा मोबाइल दुकानें ग्राहकों की जानकारी के बिना उनकी उंगलियों के निशान एकत्र करती थीं और उनका इस्तेमाल सिम कार्ड सक्रिय करने के लिए करती थीं। रोशन ने ऐसे सिम कार्ड 50 रुपये में खरीदे। यह राज्य में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में इस्तेमाल किए गए सिम कार्डों की सबसे बड़ी खेप में से एक है।
इस साइबर क्राइम की गहराई का अभी तक पता नहीं चल पाया है। मलप्पुरम जिला पुलिस प्रमुख एस शशिधरन ने कहा, हमें रोशन से कुछ सुझाव मिले हैं और जांच जारी है। अपराध में कई लोग शामिल हैं और वे देश के विभिन्न हिस्सों और यहां तक कि देश के बाहर से भी काम करते हैं।
बता दें कि हाल ही में सैन्य खुफिया विभाग ने अपनी एक रिपोर्ट में केरल में पचास हजार से अधिक अवैध अप्रवासियों की होने की बात कही थी। इनके पास जाली आधार कार्ड होने तथा कई कार्ड बनाने वाले केंद्रों को हैक कर यह जालसाजी करने तक की बात कही गयी थ।