आरटीआई में पहचाने गये दो प्राध्यापक
राष्ट्रीय खबर
वाराणसी: यूपी के जौनपुर में राजकीय वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल (वीबीएसपी) विश्वविद्यालय के चार डीफार्मा (डिप्लोमा इन फार्मेसी) छात्र, जिन्होंने हाल ही में एक परीक्षा में जय श्री राम और कुछ स्टार क्रिकेटरों के नाम के अलावा कुछ नहीं लिखा था, उन्हें 50 फीसद अंक दिए गए।
आरटीआई के माध्यम से हुए विचित्र खुलासे के बाद जांच और दोबारा परीक्षा हुई, जिसके परिणामस्वरूप चारों को शून्य अंक मिले। जांच पैनल ने सिफारिश की है कि 50 प्रतिशत अंक देने वाले दो शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया जाए। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा चांसलर के रूप में कार्रवाई को मंजूरी देने के बाद ऐसा किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र दिव्यांशु सिंह ने याचिका दायर की है आरटीआई याचिका में चार के अंकों पर सवाल उठाया गया और राज्यपाल से शिकायत की गई, जिससे जांच शुरू हो गई। यह बिल्कुल स्पष्ट नहीं है कि दिव्यांशु ने याचिका क्यों दायर की, लेकिन यूपी में विश्वविद्यालय के छात्रों के बीच प्रतिद्वंद्विता असामान्य नहीं है।
वीबीएसपी की कुलपति वंदना सिंह ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रस्ताव को पहले मंजूरी के लिए विश्वविद्यालय की कार्यकारी समिति के समक्ष रखा जाएगा। जौनपुर में राजकीय वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों को कथित तौर पर जबरन वसूली के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
गीत, संगीत और धार्मिक नारे लिखी उत्तर पुस्तिकाओं पर अंकों के बदले छात्रों से पैसे लिए जाते हैं। छात्र नेता दिव्यांशु सिंह ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और कुलपति को भेजे पत्र में आरोप लगाया था कि विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से शून्य अंक पाने वाले छात्रों को भी 60 प्रतिशत से अधिक अंक देकर पास कर दिया गया। एक आरटीआई प्रतिक्रिया द्वारा उजागर की गई अनियमितताओं को विशेष बैंक प्रतियों के मूल्यांकन के दौरान पहचाना गया, जिसके परिणामस्वरूप पुनर्मूल्यांकन पर अंकों में महत्वपूर्ण भिन्नताएं हुईं।
धार्मिक नारों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, जय श्री राम के उत्तर वाली कॉपी नहीं देखी है लेकिन एक कॉपी देखी है जिसमें मैं कुछ भी प्रासंगिक नहीं बता पाई जिसके आधार पर छात्र को कितने अंक दिए जा सकते हैं। लिखावट बहुत स्पष्ट नहीं थी। राजभवन ने विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
ऐसी उत्तर पुस्तिकाओं की प्रति सार्वजनिक हो चुकी हैं, जहां फार्मेसी करियर के रूप में’ के उत्तर के बीच में जय श्री राम लिखा हुआ है। इसी जवाब में हार्दिक पंड्या, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे क्रिकेटरों का नाम भी आता है। बुधवार को परीक्षा समिति की बैठक में परीक्षक डॉ विनय वर्मा और मनीष गुप्ता को निलंबित कर दिया गया।