योगी आदित्यनाथ की देखरेख में सभी कार्यक्रमों की पूर्ण तैयारी
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सड़कों पर लोक कलाकार देंगे प्रस्तुति
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पूरी सड़क पर पांच बड़े मंच बनाये गये
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प्रतिमा का चयन मतदान के द्वारा होगा
राष्ट्रीय खबर
अयोध्याः बहुप्रतीक्षित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले अयोध्या को विकास योजनाओं की सौगात देने शनिवार को रामनगरी पधार रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिनंदन यहां विभिन्न संस्कृतियों के समागम के साथ शंख और डमरु वादन से किया जायेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संस्कृति विभाग इस तैयारी में जुटा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर शंख व डमरू वादन भी होगा। वहीं एयरपोर्ट से धर्मपथ, रामपथ होते हुए रेलवे स्टेशन तक कुल 40 मंचों पर लगभग 1400 से अधिक लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। साथ ही एयरपोर्ट सभा स्थल पर भी 30 लोक कलाकारों की ओरÞ से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रसधारा बहेगी।
रास्ते में कुल 40 मंचों पर कलाकार न सिर्फ अपनी संस्कृति की छटा बिखरेंगे, बल्कि अपनी प्रस्तुतियों से प्रधानमंत्री व आगंतुकों को भी मंत्रमुग्ध करेंगे। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश ने इसकी सारी तैयारी कर ली है। प्रधानमंत्री के रोड शो के मध्य कुल 40 मंच बनेंगे, जिस पर 1400 से अधिक लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी।
एयरपोर्ट के गेट नंबर 3 पर एक विशाल मंच होगा। वहीं एयरपोर्ट से साकेत पेट्रोल पंप के बीच पांच मंच होंगे। धर्मपथ पर 26 मंचों पर कलाकार अपनी भावपूर्व प्रस्तुति देंगे। राम पथ पर पांच, अरुंधती पार्किंग, टेढ़ी बाजार से रेलवे स्टेशन के मध्य तीन मंचों पर यूपी की संस्कृति की बयार बहेगी।
अयोध्या के वैभव मिश्र शंख वादन से रामलला की धरा पर पीएम का स्वागत करेंगे तो बाबा विश्वनाथ की धरा से आए मोहित चौरसिया डमरू वादन कर आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करेंगे। मथुरा के खजान सिंह व महिपाल अपनी टीम संग बम रसिया की छाप छोड़ेंगे। साथ ही मथुरा का लोकप्रिय मयूर नृत्य भी कई मंचों पर होगा। दीपक शर्मा, गोविंद तिवारी, माधव आचार्य समेत कई अन्य कलाकार अन्य मंचों पर भी अपनी टीम संग प्रस्तुति देंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के क्रम में अवधी, वनटांगिया व फरुवाही समेत अनेक संस्कृतियों के रंग में रामनगरी रंगी होगी। लखनऊ की रागिनी श्रीवास्तव व सुल्तानपुर के ब्रजेश पांडेय जहां अवधी लोकनृत्य से मन मोह लेंगे, वहीं गोरखपुर की सुगम ंिसह शेखावत वनटांगिया नृत्य से परिचित कराएंगी। गोरखपुर के ही बृज बिहारी दुबे, विंध्याचल आजाद, अयोध्या के मुकेश कुमार फरुवाही और झांसी के जेके शर्मा अपनी टीम के साथ राई लोकनृत्य की अनुपम प्रस्तुति देंगे।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न लोकप्रिय लोकनृत्यों के साथ ही अयोध्यावासी अन्य राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी दीदार करेंगे। यÞहां पलवल (हरियाणा) के रामवीर व फरीदाबाद के पालीनाथ बीन नृत्य की प्रस्तुति देंगे। राजस्थान के अकरम की प्रस्तुति के जरिए बहरूपिया विधा से लोग अवगत होंगे। राजस्थान की ही ममता चकरी नृत्य पर प्रस्तुति देंगी। मध्य प्रदेश के मनीष यादव बरेदी, मायाराम ध्रुवे गुदुमबाजा व सागर के सुधीर तिवारी लोकनृत्य के जरिए बधाई देंगे।
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान राम लला की मूर्ति का चयन मतदान से होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में इस पर मतदान होगा। इस ट्रस्ट को मंदिर के निर्माण और प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मतदान के दौरान कई मूर्तिकारों द्वारा डिजाइन की गई तीन अलग-अलग मूर्तियां प्रस्तुत की जाएंगी। ऐसा कहा जाता है कि जिस मूर्ति को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, उसे मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा, तीन डिजाइनों में से 51 इंच की मूर्ति का चयन किया जाएगा। वह राम लला का 5 वर्षीय स्वरूप होगा। इनमें से उस मूर्ति का चयन किया जाएगा जिसमें दैवीय और शिशुवत पहलू होंगे।
इस बीच, उद्घाटन समारोह करीब आते ही श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने राम जन्मभूमि पथ और मंदिर परिसर के निर्माण का निरीक्षण किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि निर्माण कार्य में जल्दबाजी की बजाय कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान दिया गया है। संपूर्ण परियोजना को पूरा करने के लिए एक चरण योजना अपनाई गई है।
संपूर्ण अयोध्या में अब लगभग राजसूय यज्ञ होने लगा है। ऐतिहासिक मंदिर के आसपास व्यस्तता। प्रधानमंत्री शनिवार को वहां जा रहे हैं। उससे पहले आखिरी वक्त की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक तैयार हो रहे हैं। अयोध्या रेलवे स्टेशन का नाम बदल रहा है। इसका नया नाम अयोध्या धाम जंक्शन है।
अयोध्या धाम जंक्शन को राम के मुकुट की तरह सजाया जा रहा है। वहीं नए एयरपोर्ट को राम मंदिर के रूप में सजाया जा रहा है। पूरी अयोध्या को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। शहर में खूब सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। सड़कों पर अंडर व्हीकल स्कैनर लगाए जा रहे हैं।
इस बीच नेपाल से राम लला के लिए कई तोहफे आ रहे हैं। 3 क्विंटल चावल छत्तीसगढ़ से आ रहा है। पटना महावीर ट्रस्ट की ओर से भेजा गया स्वर्ण धनुष। राम मंदिर में अब सिर्फ आखिरी वक्त की तैयारी है। हर घर को एक जैसे रंगों से सजाया जाता है। प्रत्येक लाइटस्टैंड को फूलों की माला से सजाया गया है। पूरी अयोध्या में अब सिर्फ रामायण की चर्चा है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार राम लला का मतुलालोय छत्तीसगढ़ के चंढुरी में है। और सीता का जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था। सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या में राम-लला की प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर इन दोनों जगहों से खूब तोहफे आ रहे हैं। उदाहरण के तौर पर करीब तीन क्विंटल चावल छत्तीसगढ़ से आ रहा है।
जनकपुर से बहुत सारे फल, कपड़े आ रहे हैं। नेपाल से विभिन्न प्रकार के आभूषण, व्यंजन और मिठाइयाँ भी आती हैं। मंदिर के लिए उत्तर प्रदेश से 2 हजार 100 किलो अष्टधातु आई। वडोदरा से 108 फीट लंबी धूप, पटना के महावीर ट्रस्ट से 5 लाख रुपये का सोने का धनुष भेजा गया है। अयोध्या रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट के अलावा हनुमानगढ़ी भी इस समय काफी व्यस्त है।