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कोलकाताः वे कलकत्ता शहर की जमीन के नीचे रहते हैं। शहर धीरे-धीरे कलकत्ता को ख़त्म कर रहे है। इनके बारे में खुद कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने चेतावनी दी है। क्या आप जानवर का नाम जानते हैं? हमारा सबसे परिचित चूहा। मेयर ने चेताया कि कैसे वे चूहे कोलकाता को मार रहे हैं।
फिरहाद ने कहा, भविष्य में समझ आएगा कि शहर के नीचे चूहे कैसे रह रहे हैं। सूरत एक बार प्लेग से त्रस्त था। अगर हम अभी से नहीं चेते तो कोलकाता में महामारी फैल सकती है। 10-20 साल बाद महामारी आ सकती है। फिरहाद ने कहा, हम कोरोना डेंगू के बारे में जानते हैं। लेकिन आज से 10-20 साल बाद एक बड़ी महामारी आ सकती है।
हो सकता है कि मैं कुर्सी पर न रहूं। लेकिन आपको अभी से योजना बनानी होगी। हल्दीराम के सामने एजेसी बोस रोड पर बहुत सारे चूहे हैं। पहले हम चूहे देखने कर्जन पार्क जाते थे। अब शहर के विभिन्न हिस्सों में बहुत सारे चूहे हैं। अब ऐसे चूहे हैं जो टूट रहे हैं। चूहों के कारण ढाकुरिया पुल धीरे धीरे नीचे बैठता जा रहा है।
लेकिन कई लोगों ने चूहों को भगाने के लिए हैमलिन की बांसुरी के बारे में सुना है। इस मामले में मेयर ने अन्य सड़कों पर चूहों के प्रजनन को रोकने की बात कही। मेयर ने कहा, दरअसल हमें खाना फेंकने की आदत बदलनी होगी। व्यापार करना, मिठाइयाँ बेचना और खाना नाली में फेंकना। इससे चूहों की समस्या बढ़ती जा रही है।
अब से सावधान रहें। लोग इस पर हंस सकते हैं। क्योंकि कोलकाता को अगली पीढ़ी के लिए सुरक्षित बनाना होगा। यह बहुत चिंता का विषय है। इस प्राचीन शहर के नीचे अनगिनत चूहों ने बसेरा बना रखा है। वे जमीन के नीचे घर बनाने के लिए जमीन खोद रहे हैं। ज़मीन पूरी तरह हिल रही है। गड्ढा बनाया जा रहा है। मेयर ने भविष्य को लेकर बेहद डर की बात कही। वास्तव में एक बहुत सामयिक कदम। अब सावधानी न बरतने पर प्लेग का भी खतरा है।