-
गर्मी के मौसम में आधी हो गयी बिक्री
-
दूसरे राज्यों में सस्ती बिक रही बियर
-
यूपी और हरियाणा को हुआ फायदा
नईदिल्लीः गर्मी के मौसम में बीयर की बिक्री बढ़ेगी, यह तय है। दिल्ली समेत उत्तर भारत में इस बार भीषण गर्मी पड़ी है। लेकिन तपती दिल्ली में बीयर की बिक्री काफी कम हो गई है! लेकिन दिल्ली के सभी पड़ोसी राज्यों में बीयर की बिक्री बढ़ गई है। बंगाल में भी शराब दुकानदार मांग पूरी करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। क्या दिल्ली को बीयर पसंद नहीं है?
कम से कम गर्मियों में शराब की बिक्री के आंकड़े तो यही बताते हैं। मालूम हो कि इस बार मई में राजधानी दिल्ली में 83 लाख लीटर बीयर की बिक्री हुई। जो पिछले साल मई में 173 लाख लीटर था। यानी पिछले साल के मुकाबले मई में दिल्ली में बीयर की बिक्री 52 फीसदी गिर गई। यह देखकर पेय उद्योग से जुड़े लोग हैरान रह गए।
कई लोगों के पास भीषण गर्मी में शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए एक जोड़ी बीयर भी नहीं होती है। कई बाजार विशेषज्ञ पिछले साल मई में ही दिल्ली में बिकने वाली बीयर की मात्रा को सामान्य मानना चाहते हैं। उसकी तुलना में इस साल बिक्री लगभग आधी रह गई है। तो क्या दिल्ली वाले बीयर नहीं लेना चाहते?
दिल्ली के उत्पाद शुल्क विभाग ने बीयर की कम बिक्री के लिए मौसम को जिम्मेदार ठहराया है। उनमें से एक हिस्से का दावा है कि बहुत से लोग भीषण गर्मी के कारण बीयर नहीं पीना चाहते हैं। नतीजा यह हुआ कि बीयर कम बिकी। फिर उनका एक हिस्सा विकल्पों की कमी की बात कर रहा है। उनका दावा है कि दिल्ली में पसंद से बीयर खरीदने की स्थिति नहीं थी।
क्योंकि दिल्ली में बीयर के ज्यादातर विकल्प उपलब्ध नहीं हैं। एक अन्य वर्ग का दावा है कि बीयर की कीमत दिल्ली की तुलना में हरियाणा या उत्तर प्रदेश में कम है। परिणामस्वरूप, कई लोग दिल्ली की दुकानों पर कतार में लगने के बजाय हरियाणा या उत्तर प्रदेश से लाई गई बीयर पर भरोसा कर रहे थे।
आंकड़े बताते हैं कि मई में दिल्ली में बीयर की बिक्री पिछले साल की तुलना में आधी रही, लेकिन पड़ोसी राज्य हरियाणा या उत्तर प्रदेश में बिक्री बढ़ी। हालांकि, कई दुकानदारों का कहना है कि भीषण गर्मी के कारण दिल्लीवासियों में शराब खरीदने की चाहत कम हो गई है। हालाँकि, इस गणना का समर्थन करने वाले आँकड़े किसी के पास नहीं हैं।
उधर दूसरी तरफ से पता चला है कि बंगाल में बीयर की बिक्री भी काफी बढ़ गई है। मई में एक समय तो हालात ऐसे हो गए थे कि सरकार को बीयर के मामले में राशनिंग का सहारा लेना पड़ा था। यानी मांग में भारी बढ़ोतरी के कारण दुकानदार एक निश्चित मात्रा में ही बीयर ले जा सकते थे। पिछले कुछ वर्षों से राज्य में बीयर की बिक्री लगातार बढ़ रही है। इस साल ही नहीं, बल्कि पहले भी गर्मी के दौरान दुकानदारों को बीयर की आपूर्ति नियंत्रित करने की नीति उत्पाद विभाग को अपनानी पड़ी थी।