आंसू गैस और मिर्ची स्प्रे से कई लोग घायल
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तीन चार घंटे तक होता रहा संघर्ष
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नजदीक आये लोगों पर पानी की बौछार
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जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य पर चिंता
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः अंबाला पुलिस ने शनिवार को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने का प्रयास कर रहे किसानों पर आँसू गैस के गोले, मिर्ची का स्प्रे और पानी की बौछारें छोड़ीं, जिसमें लगभग 15 किसानों के घायल होने की सूचना है। फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के कानून व अन्य मांगों को लेकर किसानों का दिल्ली कूच का यह पिछले दस दिनों में तीसरा प्रयास था।
पुलिस ने किसानों के जत्थे को बैरीकेड पार करने नहीं दिया है। पहले भी दो मौकों पर पुलिस के बलप्रयोग के कारण किसानों के जत्थों को तीन-चार घंटे के संघर्ष के बाद लौटना पड़ा था। पहलवान व काँग्रेस के किसान प्रकोष्ठ के नेता बजरंग पुनिया ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करने के साथ आरोप लगाया है कि पुलिस लगातार आँसू गैस के गोले दाग रही है। उन्होंने इसे निहत्थे किसानों पर ज़ुल्म की इंतेहा करार दिया है।
किसानों के दिल्ली कूच के तीसरे प्रयास के बीच शनिवार को हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के कुछ हिस्सों में मोबाईल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं और पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने घोषणा की हुई है कि 101 किसानों का एक जत्था शनिवार को दिल्ली कूच का प्रयास करेगा। हरियाणा सरकार पिछले करीब दस दिनों में किसानों के दो जत्थों को शंभू सीमा पर ही रोकने में सफल रही है।
शनिवार का दिल्ली कूच रोकने के प्रयास में अंबाला पुलिस-प्रशासन ने शंभू सीमा पर बनाई अस्थायी दीवार के ऊपर आठ फुट ऊंची दीवार और बना दी है। तैनाती भी बढ़ा दी गई है। इस बीच किसान नेता तेजवीर सिंह ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर जारी वीडियो में आरोंप लगाया कि केंद्र व हरियाणा सरकारें किसानों में फूट डालकर पंजाब के किसानों को अलग-थलग करना चाहती हैं और पंजाब में मणिपुर, श्रीलंका और बंगलादेश जैसे हालात बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ अंबाला और जींद जिलों के उपायुक्तों ने शुक्रवार को संगरूर के उपायुक्त को पत्र लिखकर 19 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई और उन्हें चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, दूसरी तरफ अब अंबाला के कुछ हिस्सों में स्कूल बंद कर, इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने के अलावा शंभू सीमा पर सुरक्षा के उपाय बढ़ाकर अनावश्यक रूप से तनाव पैदा करना चाहती है।
उन्होंने दावा किया कि सच्चाई यह है कि हरियाणा समेत देश भर के किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। गौरतलब है कि किसान संगठन गत दस महीने से पंजाब-हरियाणा सीमाओं पर हैं। उनकी मांगों में एमएसपी गारंटी कानून के अलावा, किसानों-खेत मजदूरों की कर्ज माफी, कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने समेत बारह मांगें हैं।