भारतीय सेना के लिए अब चीन सीमा तक पहुंचना होगा आसान
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परिवार पर विपक्ष पर जोरदार हमला
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देश की आवाज अबकी बार चार सौ पार
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कांग्रेस और दोस्तों ने कहा मोदी का परिवार नहीं
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी : अरुणाचल प्रदेश में अब किसी भी मौसम में भारतीय सुरक्षा बलों के लिए चीन सीमा तक पहुंचना आसान हो गया है। पीएम मोदी ने राज्य में सेला टनल का शुभारंभ कर दिया है। इससे ना सिर्फ किसी भी मौसम में परिवहन आसान होगा बल्कि विपरीत परिस्थितियों में सेना भी जल्द चीन बॉर्डर तक पहुंच पाएगी।
सेला सुरंग का उन्होंने उद्घाटन किया और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश में सीमावर्ती गांवों की ‘उपेक्षा’ करके देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया क्योंकि राज्य में लोकसभा की केवल दो सीटें हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार इसे पहले ही बना सकती थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
प्रधानमंत्री ने ईटानगर में एक कार्यक्रम में कहा, हम देश को मजबूत बनाने के लिए संसदीय सीटों की संख्या के आधार पर नहीं बल्कि राज्य की आवश्यकताओं के आधार पर काम करते हैं। पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस की नीति सीमावर्ती क्षेत्रों को विकसित नहीं करने और सशस्त्र बलों को कमजोर रखने की रही है, लेकिन हम एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में विश्वास करते हैं।
प्रधानमंत्री ने एक बार फिर परिवारवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा- कांग्रेस के इंडिया गठबंधन के परिवारवादी नेताओं ने मोदी पर हमले बढ़ा दिए हैं और आजकल वो पूछ रहे हैं कि मोदी का परिवार कौन है। गाली देने वालों कान खोलकर सुन लो- अरुणाचल के पहाड़ों में रहने वाला हर परिवार कह रहा है कि ये मोदी का परिवार है। पीएम मोदी ने कहा कि देश में एक ही आवाज आ रही है, अबकी बार 400 पार।
825 करोड़ की लागत से सेला सुरंग का निर्माण किया गया है। इस टनल को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है। सेला सुरंग की आधारशिला 9 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही रखी थी और निर्माण कार्य उसी साल 1 अप्रैल को शुरू हुआ था। पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि मोदी की गारंटी क्या होती है, ये आपको अरुणाचल में आकर साफ दिखता है। पूरा नॉर्थ ईस्ट देख रहा है कि मोदी की गारंटी कैसे काम कर रही है।
सबसे पहले उन्होंने असम का दौरा किया और फिर वह अरुणाचल प्रदेश पहुंचे। यहां कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने पूर्वोत्तर में पिछले पांच साल में जो किया है, उसे करने में कांग्रेस को 20 साल लग जाते। वहीं, अरुणाचल प्रदेश के बाद पीएम मोदी एक बार फिर से असम से जोरहाट लौट आए हैं।
पीएम मोदी ने क्षेत्र में 55,600 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में एक जनसभा में कहा, ‘दक्षिण एशिया और पूर्वी एशिया के साथ भारत के व्यापार, पर्यटन और अन्य संबंधों में पूर्वोत्तर एक मजबूत कड़ी बनेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के जोरहाट में महान अहोम सेनापति लचित बोरफुकन की प्रतिमा का उद्घाटन करने से पहले तर्पण किया।
महान अहोम सेनापति लचित बोरफुकन की 125 फुट ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ वेलर (बहादुरी की प्रतिमा) का उद्घाटन कर दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे असम के लोगों के लिए साढ़े 17 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है। प्रधानमंत्री ने बताया कि यहां आने से पहले मुझे काजीरंगा नेशनल पार्क की विशालता, उसकी प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देखने और जानने का अवसर भी मिला। काजीरंगा अपनी तरह का अनूठा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व है।