नईदिल्लीः मालदीव एक बार फिर सुर्खियों में है लेकिन किसी भारत-विरोधी टिप्पणी के कारण नहीं। उस देश में सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच तालमेल की कमी पहले ही सामने आ चुकी थी। भारत के साथ रिश्ते बरकरार रखने के मौजूदा राष्ट्रपति के फैसले पर विपक्षी दलों ने खुलकर अविश्वास जताया। हालांकि, इस बार देश के सत्तापक्ष और विपक्ष के सांसद संसद के अंदर ही आपस में भिड़ गए। वहां की स्थानीय मीडिया में इसकी सूचना प्रकाशित हुई है। इसके अलावा सोशल मीडिया में भी इस हाथापायी का वीडियो वायरल हुआ है, जिसकी सत्यता की जांच नहीं हो पायी है।
देश के मौजूदा सत्तारूढ़ गठबंधन पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी), प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) और विपक्षी पार्टी मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के सदस्य रविवार को आपस में भिड़ गए। संयोग से, मालदीव के वर्तमान राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पीएनसी के सदस्य हैं और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद सोली (जिन्हें मुइज्जू सत्ता में आए) एमडीपी के सदस्य हैं।
लेकिन सोली की पार्टी ने चार कैबिनेट सदस्यों की नियुक्ति पर आपत्ति जताई। कथित तौर पर मुइज्जुर की पार्टी के सदस्यों ने सोली की पार्टी के सांसदों को संसद में प्रवेश करने से रोका। संयोग से, भले ही मुइज्जू ने राष्ट्रपति चुनाव जीता, सोली की एमडीपी अभी भी मालदीव की संसद में बहुमत वाली पार्टी है।
मालदीव के एक स्थानीय मीडिया आउटलेट अधाडू ने संसद के अंदर सांसदों की लड़ाई का एक वीडियो जारी किया। वीडियो में दिख रहा है कि एक सांसद को दूसरे सांसद जमीन पर पीट रहे हैं। बाद में मालदीव के सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से एक बयान में कहा गया कि विपक्षी पार्टी एमडीपी कैबिनेट में चार लोगों की नियुक्ति के लिए जरूरी इजाजत नहीं देना चाहती। इसके परिणामस्वरूप लोगों को सेवाएं उपलब्ध कराने में बाधा उत्पन्न होने का दावा किया जा रहा है।