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आते ही विवादों में घिर रहे हैं बिहार के नये डीजीपी
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पहली बैठक में दो प्रमुख अधिकारी अनुपस्थित रहे
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पहली बार पुलिस मुख्यालय में इस किस्म का फरमान
दीपक नौरंगी
बिहार में नए डीजीपी आर एस भट्टी इन दिनों पुलिस महकमे से लेकर आईएएस और आईपीएस अधिकारी में काफी सुर्खियों में है लगातार पूरे बिहार की प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया में नए डीजीपी की चारों तरफ प्रशंसा करती देखी की जा रही है। अपनी ईमानदारी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने वाले बिहार के डीजीपी आर एस भट्टी के नए निर्देशों के कुछ पुलिस अफसर हैरान और हलकान हैं।
19 दिसंबर सोमवार देर शाम को 7:45 बजे डीजीपी का पदभार ग्रहण करने के बाद जब वरीय पुलिस अधिकारियों की बैठक भट्टी ने बुलाई थी। पहली बैठक में नए डीजीपी आर एस भट्टी ने रेंज के सभी डीआईजी और आईजी के साथ बैठक की और किस तरह बिहार में 12 रेंज में तैनात वरीय पुलिस अधिकारियों में डीआईजी और आईजी जो रेंज में तैनात है उन्हीं को वहां अपने जिले में तैनात एसपी और सीनियर एसपी से किस तरह से कार्य लेना है इसके बारे में कई बिंदुओं पर समीक्षा और वार्तालाप की गई।
सभी रेंज के डीआईजी और आईजी ने डीजीपी को बताया उनके क्षेत्र में किस तरह से कहां क्या है इसकी पूरी जानकारी रेंज के अधिकारियों ने डीजीपी को दी। इस पहली बैठक की पहली प्राथमिकता विधि व्यवस्था रही। इस बैठक में जिसमें रेंज के आईजी और डीआईजी के साथ भी डीजीपी आरएस भट्टी ने बैठक की।
अब इस बैठक को लेकर पुलिस मुख्यालय में सीनियर पुलिस आला अधिकारियों के बीच कई तरह की चर्चाएं होने लगी क्योंकि नियमानुकूल किसी भी राज्य के पुलिस मुख्यालय में विधि व्यवस्था को लेकर यदि बैठक डीजीपी कर रहे हैं तो उसमें एडीजी हेड क्वार्टर और एडीजी सीआईडी की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। यदि एडीजी हेड क्वार्टर किसी कार्य में व्यस्त हैं तो बात अलग है लेकिन कम से कम एडीजी सीआईडी तो विधि व्यवस्था और केस के सुपरविजन के मामले को लेकर उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। लेकिन रेंज तैनात सभी डीआईजी और आईजी के साथ डीजीपी इस पहली बैठक में यह दोनों सीनियर अधिकारी की गैर हाजिरी सुर्खियों का विषय बनी रही है।
यदि एक बड़े रिटायर आईपीएस अधिकारी की बात माने तो नए डीजीपी भट्टी का उक्त निर्देश के संबंध में उनसे पूछने पर उन्होंने बताया कि डीजीपी पंजाब के रहने वाले हैं इसकी वजह से उनके कामकाज का तरीका केपीएस गिल की तरह का हैं। क्योंकि केपीएस गिल भी स्वयं मीडिया में सुर्खियों में रहना चाहते थे। उनका कहना था यदि डीजीपी स्वयं सोशल मीडिया से दूर रहे तो उनके पदाधिकारी स्वत: दूर हो जाएंगे।
पुलिस मुख्यालय नए डीजीपी ने पदभार ग्रहण करने के बाद बीस दिसंबर से मतलब मंगलवार से 23 दिसंबर शुक्रवार तक डीजीपी की कार्यशैली को लेकर पुलिस में एडीजी रैंक के अधिकारी काफी हैरान और अचंभित है। नए डीजीपी से मिलने के तरीकों को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। यदि नए डीजीपी आर एस भट्टी से यदि किसी आईपीएस अधिकारी को मिलना है तो पहले अनुमति लेनी पड़ेगी यहां तक सूत्रों पर विश्वास करें तो एडीजी रैंक एक बड़े आईपीएस अधिकारी जब डीजीपी से मिलने गए तो उन्हें बाहर बैठकर डीजीपी के आदेश का इंतजार करना पड़ा। आदेश होने के बाद वह डीजीपी से मिलने गए। सूत्रों पर विश्वास करें तो देश में किसी भी बड़ी जांच एजेंसी के मुखिया या पुलिस मुखिया के द्वारा मौखिक तौर पर इस तरह का निर्देश कभी किसी राज्य में नहीं दिया है।
बिहार नए डीजीपी आर एस भट्टी ने आईपीएस अधिकारियों के साथ अपनी पहली बैठक में इसमें पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी इस बैठक में सिर्फ शामिल थे उसमें एक एडीजी को कहा कि आपके पास दो विभाग है मुझे एक दिन में आप बताइए कि आपको कौन से विभाग चाहिए। वह एडीजी अपनी सफाई में डीजीपी को अपने द्वारा किए गए कुछ बेहतर कार्यों की चर्चा भी की। नए डीजीपी साहब ने कहा ठीक है देखेंगे।