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दोनों ने आपस में बात करते हुए यात्रा की
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16 को राहुल गांधी भी प्रेस कांफ्रेंस करेंगे
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सौ दिन पूरे होने पर होगा संगीत समारोह
राष्ट्रीय खबर
जयपुरः भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी आज राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। इस आर्थिक विशेषज्ञ के इस यात्रा में शामिल होने भर से राहुल गांधी द्वारा मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर उठाये जा रहे सवालों को और बल मिल गया है। श्री राजन के इस यात्रा में शामिल होने की कोई पूर्व जानकारी भी नहीं दी गयी थी। भारत जोड़ो यात्रा के साथ साथ चल रहे मीडिया के लोगों ने उन्हें आज अचानक ही राहुल गांधी के साथ पैदल चलते देखा। दोनों इस पैदल यात्रा के दौरान आपस में बात चीत करते हुए आगे बढ़ रहे थे। इस यात्रा में सामाजिक कार्यकर्ता मेघा पाटकर, कंप्यूटर बाबा, स्वरा भाष्कर, मुक्के बाज विजेंद्र सिंह जैसे लोग भी शामिल हो चुके हैं जबकि एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव प्रारंभ से ही इस यात्रा के साथ चल रहे हैं।
इस बीच कांग्रेस की तरफ से यात्रा के एक सौ दिन पूरे होने पर एक संगीत समारोह आयोजित करने का फैसला किया है। यह संगीत समारोह आगामी 16 दिसंबर को आयोजित होगा, जिसमें प्रसिद्ध गायिका सुनिधि चौहान भी भाग लेंगे। इसकी घोषणा पार्टी के महासचिव और इस यात्रा के संवाद प्रभारी जयराम रमेश ने की है। सवाई माधोपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस में श्री रमेश ने इसकी जानकरी दी। उन्होंने कहा कि यह समारोह जयपुर में होगा। यात्रा के अगले दिन यानी 17 को विश्राम का दिन होगा। उसके बाद 19 को एक बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा क्योंकि उसके बाद यह यात्रा राजस्थान से निकलकर हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी। एक सौ दिन पूरे होने के मौके पर राहुल गांधी भी एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे। श्री रमेश के मुताबिक 16 दिसंबर को इस यात्रा में हिमाचल प्रदेश के नये मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित सभी चालीस कांग्रेस विधायक भी शामिल होंगे।
भाजपा ने कहा राजन को कांग्रेसी पिट्ठू थे
रघुराम राजन के आज इस यात्रा में शामिल होने के बाद भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर बनाये गये रघुराम राजन का इसमें शामिल होना ही उनके कांग्रेस के प्रति भक्ति को दर्शाता है। श्री मालवीय ने कहा कि राजन को भी इस बात का भ्रम था कि वह भी डॉ मनमोहन सिंह की तरह आरबीआई से होते हुए सत्ता के शीर्ष पर जाएंगे। इसलिए भारतीय अर्थव्यवस्था पर राजन की किसी भी टिप्पणी का असली मकसद भाजपा की सरकार को बदनाम करना भर है।