हैदराबादः तेलंगना में टीआरएस विधायकों को तोड़ने की साजिश में नया खुलासा खुद मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने किया है। उन्होंने कहा कि इस साजिश के पीछे लोगों को लगाने का काम दरअसल भारत धर्म जन सेना के नेता तुषार वेलापल्ली ने किया था। यहां के प्रगति भवन में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने यह आरोप लगाये हैं। उन्होंने अपने आरोप के संबंध में कुछ तस्वीरें भी प्रेस वालों को दिखाये।
उन्होंने कहा कि वेलापल्ली को इस काम की जिम्मेदारी खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सौंपी थी। एसएनडीपी के महासचिव वेलापल्ली नदेशन के पुत्र तुषार इससे पहले वायनाड के चुनाव में राहुल गांधी के खिलाफ खड़े हुए थे। वहां उन्हें मात्र छह प्रतिशत वोट मिले। तीन लोगों को इस ऑपरेशन लोटस के सिलसिले में गिरफ्तार किये जाने के बाद इस बात का खुलासा हो गया है।
टीआरएस के चार विधायकों को सौ करोड़ रुपया देने की लालच देने वालों का मकसद आंध्र प्रदेश की सरकार को अस्थिर करना था। भाजपा ने इससे पहले दिल्ली और राजस्थान में भी ऐसी कोशिश की थी। मध्यप्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में यह साजिश कामयाब भी हुई है। उन्होंने कहा कि वह भाजपा पर जो आरोप लगा रहे हैं, उसके वीडियो साक्ष्य भी हैं जो हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किये जाएंगे।
बता दें कि वहां की पुलिस ने इस मामले में पाया है कि रेंगा कांता राव, गुवाला बालाराजू और वीरम हर्षवर्धन रेड्डी तथा रोहित रेड्डी को यह प्रलोभन दिये गये थे। इसके लिए टीआरएस की तरफ से केंद्रीय मंत्री पर आरोप लगाया गया है। दूसरी तरफ भाजपा नेता तथा केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरण ने कहा है कि यह सारे आरोप बेबुनिया है। केसीआर ने जो वीडियो दिखाये हैं, उसमें भी जालसाजी की गयी है। सिर्फ चार विधायकों को प्रलोभन देने से आखिर भाजपा को क्या फायदा होने वाला था।