अस्पताल में अब सेहत में सुधार की खबर है
ढाकाः बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्षी दल की नेता खालिदा जिया के खराब स्वास्थ्य ने भारत-बांग्लादेश संबंधों में एक नया मोड़ ला दिया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिया के स्वास्थ्य के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की है और उनकी स्थिति को देखते हुए हर संभव सहायता प्रदान करने की पेशकश की है।
यह प्रस्ताव महत्वपूर्ण है क्योंकि खालिदा जिया की पार्टी, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी), पारंपरिक रूप से भारत के प्रति कुछ हद तक संशयवादी रुख रखती रही है, जबकि वर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग सरकार को भारत के करीब माना जाता है। मोदी का यह मानवीय और कूटनीतिक कदम दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार और सद्भावना को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
यह दर्शाता है कि भारत अपने पड़ोसी देशों के राजनीतिक स्पेक्ट्रम में मतभेदों के बावजूद मानवीय आधार पर सहायता के लिए तैयार है। खालिदा जिया लंबे समय से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं और उन्हें ढाका के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके समर्थकों और परिवार ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें विदेश ले जाने की अनुमति देने की मांग की है।
भारत की ओर से की गई सहायता की पेशकश को क्षेत्र में भारत की पड़ोसी पहले की नीति के विस्तार के रूप में देखा जा रहा है। यह पहल बांग्लादेश की आंतरिक राजनीति पर भी असर डाल सकती है और भविष्य में भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय सहयोग के लिए एक मज़बूत नींव तैयार कर सकती है।