अवैध अप्रवासियों को लेकर तीसरा जहाज भी अमृतसर पहुंचा
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः 112 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक तीसरा अमेरिकी विमान रविवार रात 10.05 बजे पंजाब के अमृतसर में उतरा, जिससे सप्ताहांत में आने वालों की संख्या 228 हो गई और 5 फरवरी को मौजूदा निर्वासन अभ्यास की शुरुआत के बाद से भारत वापस भेजे गए लोगों की कुल संख्या 332 हो गई।
सूत्रों ने कहा कि नवीनतम बैच में हरियाणा के 44, गुजरात के 33, पंजाब के 31, यूपी के दो और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के एक-एक मूल निवासी शामिल थे। इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। शनिवार रात अमृतसर में उतरने वाला अमेरिकी सैन्य विमान 116 निर्वासितों को वापस लाया, जिनमें से 65 पंजाब के थे।
निर्वासितों को उनके मूल स्थानों पर वापस ले जाने के लिए जेल वैन भेजने की पंजाब सरकार की आलोचना के बाद, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने इनलोगों को लेने के लिए एक वोल्वो बस भेजी। वापस आने वाले लोगों के परिवार के सदस्य भी नहीं थे। मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने 5 फरवरी को पहला जत्था प्राप्त किया।
दूसरी उड़ान के आने से पहले इस शनिवार को कैबिनेट सहयोगी हरभजन सिंह ईटीओ भी उनके साथ थे। 5 फरवरी की उड़ान से 104 निर्वासित लोग आए, सभी को हथकड़ी और बेड़ियाँ पहनाई गई थीं। 116 निर्वासित लोगों को ले जाने वाली दूसरी उड़ान में केवल पुरुष ही थे। सूत्रों ने बताया कि महिलाओं और बच्चों को बेड़ियों से नहीं बांधा गया।
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने निर्वासित लोगों के साथ बेहतर व्यवहार की अपील की। उन्होंने केंद्र से दूसरी उड़ान को किसी अन्य हवाई अड्डे पर डायवर्ट करने के लिए कहा, लेकिन केवल एक ही रियायत दी गई कि निर्वासित लोग कार्गो के बजाय मुख्य टर्मिनल पर पहुँचें।
इस बीच अमेरिकी सरकार की तरफ से अवैध अप्रवासियों को लाने के तौर तरीकों पर स्पष्टीकरण भी दिया गया है। यह कहा गया है कि व्यक्तिगत और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए ऐसा करना ठीक था। वरना किसी ने अगर अप्रत्याशित तौर पर कोई कदम उठा लिया तो बड़ी मुसीबत हो सकती थी। सिक्खों से पगड़ी उतारने के विरोध पर भी अमेरिका अधिकारियों ने उन्हें यह दलील दी थी कि अगर किसी ने इस पगड़ी से खुद के ही गले में फंदा डाल लिया तो वह क्या करेंगे। लिहाजा सभी की सुरक्षा के लिए उन्हें नियमों का पालन करना होगा।