डीआरडीओ के इस हथियार का परीक्षण सफल
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने प्रोविजनल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (पीएसक्यूआर) वैलिडेशन ट्रायल के हिस्से के रूप में गाइडेड पिनाका हथियार प्रणाली के उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। उड़ान परीक्षण अलग-अलग फील्ड फायरिंग रेंज में तीन चरणों में किए गए हैं। इसी क्रम में इस हथियार को खरीदने पर कई देशों ने रूचि दिखाई है। इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय मिसाइल की मांग बढ़ती जा रही है।
इन परीक्षणों के दौरान, रॉकेटों के व्यापक परीक्षण द्वारा पीएसक्यूआर मापदंडों जैसे कि रेंजिंग, सटीकता, स्थिरता और सैल्वो मोड में कई लक्ष्यों पर फायर की दर का आकलन किया गया है। लॉन्चर उत्पादन एजेंसियों द्वारा अपग्रेड किए गए दो इन-सर्विस पिनाका लॉन्चरों से प्रत्येक उत्पादन एजेंसी के बारह (12) रॉकेटों का परीक्षण किया गया है।
पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम के लिए सटीक स्ट्राइक वैरिएंट एक पूरी तरह से स्वदेशी हथियार प्रणाली है, जिसे आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट द्वारा रिसर्च सेंटर इमारत, रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला, उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला और प्रूफ एंड एक्सपेरीमेंटल एस्टेब्लिशमेंट के सहयोग से डिजाइन और विकसित किया गया है, जिसमें गोला-बारूद के लिए म्यूनिशन इंडिया लिमिटेड और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड और पिनाका लॉन्चर और बैटरी कमांड पोस्ट के लिए टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और लार्सन एंड टूब्रो शामिल हैं।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने सिस्टम के सफल पीएसक्यूआर वैलिडेशन ट्रायल के लिए डीआरडीओ और भारतीय सेना की सराहना की है और कहा है कि इस गाइडेड पिनाका हथियार प्रणाली के शामिल होने से सशस्त्र बलों की तोपखाने की मारक क्षमता में और वृद्धि होगी।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने भी परीक्षणों से जुड़ी टीमों को बधाई दी और कहा कि रॉकेट प्रणाली ने भारतीय सेना में शामिल होने से पहले सभी आवश्यक उड़ान परीक्षण पूरे कर लिए हैं। स्वदेशी पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम, जिसे आर्मेनिया को निर्यात किया जा रहा है और जिस पर फ्रांसीसी सेना विचार कर रही है, और भी अधिक शक्तिशाली हो गया है।
चीन की लंबी दूरी की निर्देशित रॉकेट प्रणालियों का मुकाबला करने के लिए 120 किमी, 150 किमी और 200 किमी की रेंज वाली एक निर्देशित पिनाका प्रणाली पर भी काम चल रहा है। मौजूदा पिनाका की रेंज लगभग 37 किमी है। जिन उन्नत-रेंज रॉकेटों को भी शामिल किया जा रहा है, उनकी रेंज लगभग 45 किमी है। सेना को यह प्रणाली पसंद आई है और माना जा रहा है कि इसमें अच्छे निर्यात की क्षमता है।