पर्चा जारी कर पांच हाइवा में आगजनी सह गोलीबारी की किया पुष्टि
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कोल कंपनियां से लेवी का जुड़ा है मामला
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रात दो बजे आगजनी के साथ फायरिंग
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उग्रवादी संगठनों के नाम पर घटनाएं
अशोक कुमार शर्मा
हजारीबागः हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र केरेडारी टंडवा सड़क पर घटित पांच हाइवा में आगजनी और गोलीबारी के घटना की जिम्मेवारी बीकेएस तिवारी ग्रुप ने ली है । इस संदर्भ में क्षेत्रीय सोसल मीडिया समूहों में जारी पर्चा के माध्यम से कहा है। कि केरेडारी चट्टी बरियातू कोल माइंस ट्रांसपोर्ट कर रही हाइवा में आगजनी एवं गोलीबारी की घटना की जिम्मेवारी मैं बिपिन पांडेय लेता हूं । इस बात को बताते आए हैं कि अनदेखा करने की भूल ना करे।
बीते 25 सितंबर को केरेडारी टंडवा मुख्य सड़क के डमहाबागी स्थित नक्कस कंपनी के एक्यूअप केयर नामक सर्विस सेंटर में हुई गोलीबारी की घटना की जिम्मेवारी भी बीकेएस तिवारी ग्रुप ने पर्चा जारी कर लिया था। बीते 25 सितंबर को एक्यूअप केयर में गोलीबारी कर व एक अक्टूबर के रात दो बजे पांच हाइवा वाहनों में आगजनी और गोलीबारी कर दहशत का माहौल कायम कर दिया है। केरेडारी प्रशासन की सूचना तंत्र हुई फाइल एक महीने से लगातार घटना का अंजाम देकर उग्रवाद हो रहे हैं फरार।
देखें घटना का वीडियो
इस संदर्भ में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीकेएस तिवारी ग्रुप द्वारा चट्टी बरियातू कोल माइंस सह केरेडारी कोयला माइंस से कोयला ढुलाई कार्य कर रही कोल ट्रांसपोटरों द्वारा लेवी मांग की अनदेखी की जा रही है। जिससे आहत हो कर घटना को अंजाम दिया गया है। ज्ञात हो कि केरेडारी प्रखंड क्षेत्र में संचालित एनटीपीसी के केरेडारी कोल माइंस और चट्टी बरियातू कोल माइंस से कोयला ढुलाई कार्य में लगे पांच खाली हाइवा वाहनों को 30 अक्टूबर की रात दो से ढाई बजे के बीच में दस बारह की संख्या में आए हथियार बंद नक्सलियों ने आगजनी और गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया है!
घटना के उपरांत केरेडारी थाना प्रभारी अजीत कुमार बड़कागांव पुलिस निरीक्षक अनिल कुमार बड़कागांव एसडीपीओ कुलदीप कुमार और जिले के पुलिस कप्तान अरविंद कुमार घटना का जायजा लेते हुए सघन जांच पड़ताल में जुटे है। सुचारू रूप से जारी है ट्रांसपोटिंग व माइनिंग कार्य घटना के उपरांत चट्टी बरियातू कोल माइंस और केरेडारी कोल माइंस से कोयले की ढुलाई कार्य सुचारू रूप से जारी है। इस बाबत एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पिछले 2 3 महीनों में इस तरह की घटनाओं ने कंपनी को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाया है जो ना केवल ऊर्जा क्षेत्र बल्कि पूरे देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए चिंताजनक है। इस घटना ने कोयले के परिवहन कार्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है । जिसके परिणाम स्वरूप एनटीपीसी पॉवर प्लांट के लिए कोयला आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है।