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ब्रह्मपुत्र नदी पर बना डैम भी भारत के लिए खतरा

अरुणाचल बॉर्डर पर चीन की शैतानी चाल, भारत पर सीधा असर


  • भारत को घेरने की साजिश अब भी जारी

  • पाकिस्तान और नेपाल भी दे रहे हैं साथ

  • बांग्लादेश के हालात भी भारत के पक्ष में नहीं

भूपेन गोस्वामी


 

गुवाहाटी:भारत की चीन के साथ लंबी सीमा लगती है।अरुणाचल से लेकर हिमाचल और उत्‍तराखंड तक दोनों देश सीमा साझा करते हैं. हजारों किलोमीटर लंबी सीमा पर चीन की ओर से समय-समय पर उकसावे वाली कार्रवाई की जाती है, जिससे तनाव काफी बढ़ जाता है।

एक बार फिर से ऐसा ही मामला सामने आया है. दरअसल, चीन अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगते ब्रह्मपुत्र नदी पर विशाल डैम बन रहा है। इस डैम की प्रस्‍तावित क्षमता 60 हजार मेगावट बिजली उत्‍पादन की है।

बीजेपी विधायक ने इस मुद्दे को उठाया है। उन्‍होंने कहा कि चीन के कदम से अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाएगी। साथ ही भाजपा विधायक ने यह भी कहा कि पड़ोसी देश पर हमलोग कतई भरोसा नहीं कर सकते हैं. बीजेपी विधायक ने केंद्र सरकार से भी हस्‍तक्षेप करने का आग्रह किया है।

दरअसल, अरुणाचल प्रदेश से भाजपा के विधायक निनोंग ईरिंग ने राज्य की सीमा के करीब चीन द्वारा बनाए जा रहे विशाल बांध पर शुक्रवार को चिंता जताते हुए कहा कि इससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने का खतरा है।

उन्होंने केंद्र से इस मुद्दे को चीन के साथ उठाने की अपील की है। चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक मेडोग में ब्रह्मपुत्र नदी (चीन में सांगपो नदी के नाम से मशहूर) पर 60 हजार मेगावाट बिजली उत्‍पादन क्षमता का विशाल बांध बना रहा है।

बता दें कि सांगपो नदी को अरुणाचल प्रदेश में सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र के नाम से जाना जाता है। इस नदी की मुख्य धारा बंगाल की खाड़ी में मिलने से पहले बांग्लादेश में प्रवेश करती है तो इसे जमुना के नाम से जाना जाता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और अब विधायक ईरिंग ने कहा,  हम अपने पड़ोसी पर भरोसा नहीं कर सकते हैं।

हम नहीं जानते कि वह कब क्या करेगा। वह पूरी नदी की धारा मोड़कर सियांग को सूखा सकते हैं या पानी छोड़कर बाढ़ की वजह बनवा सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि बांध के निर्माण से न केवल भारत बल्कि बांग्लादेश भी प्रभावित होगा।

अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व राज्यमंत्री ने कहा कि लोगों और देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है। हमारा उद्देश्‍य राष्ट्र प्रथम होना चाहिए और हमें भारत की सुरक्षा के बारे में सोचने की जरूरत है। दूसरी तरफ भारत को चीन से घेरता जा रहा है।

बांग्लादेश के हालात के बाद पाकिस्तान, नेपाल और अब बांग्लादेश के पड़ोसी देशों की भारत के लिए चिंता बढ़ गई है। भारत के जितने भी पड़ोसी देश हैं, उनमें से एक भी ऐसा नहीं है जहां राजनीतिक स्थिरता हो। एक बांग्लादेश था, जो राजनीतिक और आर्थिक रूप से स्थिर था, लेकिन पिछले हफ्ते वहां भी तख्तापलट हुआ था। नेपाल ने पिछले महीने सत्ता बदली और अब चीन समर्थक सरकार है।

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