भीषण गर्मी से यातायात कर्मियों को राहत दिलाने का परीक्षण
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्लीः भीषण गर्मी के बीच शहर की सेवा कर रहे गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों की मदद के लिए एक स्वागत योग्य कदम उठाते हुए शहर की पुलिस ने उन्हें वातानुकूलित जैकेट से लैस करने का फैसला किया है। बैटरी से चलने वाले वातानुकूलित जैकेट में पंखे और बर्फ के पैड लगे हैं, जिसका उद्देश्य चिलचिलाती गर्मी में कर्मियों को राहत प्रदान करना है।
सहायक पुलिस आयुक्त (यातायात) सुखबीर सिंह ने कहा, चल रही गर्मी को देखते हुए नमूने के तौर पर कूलिंग जैकेट मुहैया कराई गई हैं।”बिल्ट-इन पंखे चार से पांच घंटे तक काम करते हैं और आसानी से उपलब्ध चार्जिंग पॉइंट के माध्यम से रिचार्ज किए जा सकते हैं, लेकिन इन लॉजिस्टिक मुद्दों के कारण जैकेट की समग्र प्रभावशीलता अभी भी जांच के दायरे में है। ऊपरी शरीर को ठंडा रखने के लिए डिज़ाइन किए गए जैकेट को परीक्षण के दौरान मिश्रित समीक्षा मिली। इसलिए फिलहाल इस जैकेट का सिर्फ परीक्षण के तौर पर ही प्रयोग किया जा रहा है।
कुछ अधिकारियों ने उन्हें बहुत आरामदायक पाया और अपने कर्तव्यों में बेहतर प्रदर्शन का उल्लेख किया। हालांकि, चुनौतियां सामने आईं। ये जैकेट भारी हैं। बर्फ के पैड जल्दी पिघल जाते हैं, जो लगभग दो घंटे तक ही चलते हैं और फिर उन्हें फिर से जमाना पड़ता है, जो कि अव्यावहारिक है क्योंकि सड़कों पर फ्रीजर उपलब्ध नहीं हैं।
इसके अलावा, शरीर के ऊपरी हिस्से तक सीमित ठंडक तापमान असंतुलन और संभावित स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, ट्रैफिक पुलिस के जोनल अधिकारी मनफूल सिंह ने बताया। दरअशल गुरुग्राम में भीषण गर्मी जारी है और भारत मौसम विज्ञान विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, ऐसे में शहर की ट्रैफिक पुलिस गर्मी से निपटने के लिए इन उपायों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन कर रही है। इससे पहले देश के कई हिस्सों में यातायात कर्मियों को गर्मी से निपटने के लिए एसी हेलमेट भी प्रदान किये गये हैं।