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नईदिल्लीः चुनाव आयोग सोमवार से बुधवार के बीच पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। आयोग के एक सूत्र ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में नवंबर के दूसरे सप्ताह से दिसंबर के पहले सप्ताह के बीच मतदान होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, पांच राज्यों के विधानसभा वोटों की गिनती दिसंबर के दूसरे हफ्ते में एक साथ की जाएगी, भले ही चुनाव अलग-अलग दिन होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव की तैयारियों की जांच के लिए इस सप्ताह पांच राज्यों का दौरा शुरू किया है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस के लिए यह आखिरी बड़ी चुनावी परीक्षा है।
2018 में छत्तीसगढ़ में दो चरणों में और बाकी चार राज्यों में एक चरण में मतदान हुआ था। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर पहले चरण का मतदान 12 नवंबर को हुआ था। और 72 निर्वाचन क्षेत्रों का दूसरा दौर 20 नवंबर को आयोजित किया गया था। आयोग ने एक ही दिन मध्य प्रदेश और मिजोरम में चुनावों की घोषणा की। 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था। उस दिन 40 सीटों वाली मिजोरम में भी वोटिंग हुई थी। 2018 में, 200 विधानसभा सीटों वाले राजस्थान और 119 सीटों वाले तेलंगाना में भी एक ही दिन – 7 दिसंबर को मतदान हुआ। पांच राज्यों में वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी।
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में फिलहाल कांग्रेस सत्ता में है। उन दोनों राज्यों में उनकी सीधी लड़ाई भाजपा से है। 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की सत्ता पर कब्जा कर लिया, लेकिन डेढ़ साल के अंदर ही भाजपा ने ज्योतिरादित्य शिंदे की मदद से दो दर्जन विधायकों को हराकर मुख्यमंत्री कमल नाथ की सरकार गिरा दी। तेलंगाना में मुख्यमंत्री के।चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सत्ता में है। इस बार सत्ता पक्ष से कांग्रेस और भाजपा का त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। दूसरी ओर, पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में मुख्य लड़ाई कांग्रेस और सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के बीच है।