दिल्ली/NCRबयानमुख्य समाचारराजनीतिशिक्षा

नारा लगने से कुछ होता तो काफी कुछ हो जाताः केजरीवाल

विश्वविद्यालय कैंपस के उदघाटन के मौके पर लगे मोदी मोदी के नारे

राष्ट्रीय खबर

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) के पूर्वी दिल्ली परिसर के उद्घाटन के लिए एक कार्यक्रम में उनके भाषण को बाधित करने वाले लोगों के एक समूह को यह कहते हुए फटकार लगाई कि अगर नारों से सुधार हो सकता है शिक्षा प्रणाली, तो यह पिछले 70 वर्षों में पहले से ही बेहतर हो गई होगी।

परिसर का उद्घाटन केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी, भाजपा सांसद गौतम गंभीर और स्थानीय विधायक ओपी शर्मा भी मौजूद थे। सूरजमल विहार में नया परिसर ₹388 करोड़ की लागत से 19 एकड़ में बनाया गया है और इसमें 2,400 छात्र बैठ सकते हैं।

मुख्य शैक्षणिक ब्लॉक में केंद्रीय पुस्तकालय, ऊष्मायन केंद्र, व्याख्यान थियेटर, कक्षाएं, एक शानदार सभागार, एक इनडोर स्पोर्ट्स हॉल और दूर-दूर से आने वाले छात्रों के लिए एक आवासीय परिसर है। इसके बारे में केजरीवाल ने कहा कि इसे देखकर ऐसा लगता है कि यह एक विश्वस्तरीय शैक्षणिक संस्थान बनकर तैयार हुआ है।

मौके का फायदा उठाते हुए उन्होंने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए मनीष सिसोदिया को भी याद किया। उन्होंने कहा कि यहां पेश किए जाने वाले पाठ्यक्रमों को 21वीं सदी की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। यह परिसर रोबोटिक्स, स्वचालन, डिजाइन और नवाचार जैसे अत्याधुनिक पाठ्यक्रम प्रदान करेगा।

परिसर में रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में बी.टेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा साइंस में बी.टेक, एआई और मशीन लर्निंग में बी.टेक और डिजाइन में स्नातक जैसे पाठ्यक्रम पेश किए जाएंगे। कैंपस में पांच मंजिला ऑडिटोरियम ब्लॉक के साथ-साथ लेक्चर हॉल और एक इनडोर स्पोर्ट्स हॉल भी होगा।

परिसर में छात्रों के लिए छात्रावास और आवासीय ब्लॉक भी बनाए गए हैं। परिसर में दो टेनिस कोर्ट और एक फुटबॉल मैदान का निर्माण भी चल रहा है। ट्रांस-यमुना को हमेशा दिल्ली में सबसे पिछड़े क्षेत्रों में से एक माना जाता है। हालांकि, केजरीवाल सरकार ने शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए इसे एजुकेशन हब में बदलने का काम किया है।

इसी मौके पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने भी मोदी मोदी के नारों पर मंच से टिप्पणी करते हुए सिर्फ यह कहा कि इसी वजह से शिक्षा का होना बहुत जरूरी है। दरअसल इस बयान से वे सिर्फ नाराबाजी कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले भाजपा समर्थकों को उनकी असली हालत बयां कर गयीं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button