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नोटों का पहाड़ मिला तृणमूल विधायक के पास

  • बीएसएफ ने घेर लिया था पूरे इलाके को

  • विधायक ने कहा आईटी का तरीका गलत

  • टीएमसी ने कहा बड़े व्यापारी है भ्रष्टाचार नहीं

राष्ट्रीय खबर

कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस के विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री जाकिर हुसैन के ठिकानों से नोटों का पहाड़ मिला है। आयकर विभाग की टीम ने उनके कई ठिकानों पर गुरुवार को एक साथ छापा मारा था। बताया गया है कि अब तक करीब पंद्रह करोड़ रुपये बरामद किये गये हैं।

वैसे इस मुद्दे पर टीएमसी ने साफ तौर पर विधायक का जोरदार तरीके से समर्थन किया है और कहा है कि उनका कारोबार बहुत बड़ा है। इसलिए उनके पास से इतने पैसों की बरामदगी को भ्रष्टाचार नहीं माना जा सकता है।

विधायक जाकिर हुसैन का जंगीपुर और आस पास के जिलों में बीड़ी का बहुत बड़ा कारोबार है। इसके अलावा उनके पास चावल का कारखाना भी है। इस बारे में विधायक ने कहा है कि वह पिछले 23 वर्षों से नियमित तौर पर आयकर का भुगतान करते आ रहे हैं। उन्होंने आज की छापामारी के तरीके पर आपत्ति की है।

उनके मुताबिक वह एक बड़े व्यापारी हैं, इसलिए आयकर का छापामारी अथवा जांच कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन केंद्रीय सुरक्षा बलों को लेकर जिस तरीके से उनके घर को घेरा गया था, उसपर उन्हें आपत्ति है। नियमित आयकर का भुगतान करने वाले के सम्मान का ख्याल भी आयकर विभाग ने नहीं रखा।

आयकर विभाग ने उसके बीड़ी कारखाना के अलावा बीड़ी गोदाम और चावल कारखाना पर तलाशी अभियान चलाया था। अनौपचारिक तौर पर आयकर की तरफ से दावा किया गया है कि इस पंद्रह करोड़ में से नौ करोड़ तो एक ही स्थान पर मिला है।

आयकर विभाग के मुताबिक मुर्शिदाबाद और कोलकाता को मिलाकर कुल 28 स्थानों पर छापामारी की गयी थी। पता चला है कि विधायक जाकिर हुसैन का इस पूरे उत्तर बंगाल इलाके में बीड़ी का बहुत फैला हुआ कारोबार है।

शिव बीड़ी, आनंद बीड़ी और बिजली बीड़ी के नाम से यह कारोबार चलते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दिन के करीब 11 बजे बीएसएफ के जवानों ने इन इलाकों को घेर लिया था। इस घटना पर टीएमसी की तरफ से विधायक का समर्थन किया गया है।

पार्टी ने कहा है कि जिसे भी उनके कारोबार की जानकारी है, उनके लिए यह कोई हैरानी की बात नहीं है कि उनके प्रतिष्ठानों में इतनी पैसा था। उनका कारोबार ही बीड़ी का है। इसमें नकद लेनदेन ही ज्यादा होता है। इसलिए विधायक के यहां से रकम की बरामदगी को तृणमूल कांग्रेस भ्रष्टाचार नहीं मानती है।

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