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त्रिपुरा के मुख्यमंत्री अपने मूल पेशा में जुटे

सुभाष दास

आगरतलाः त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ माणिक साहा ने अपने मूल पेशा यानी डाक्टरी का काम फिर किया। उन्होंने गुरुवार को एक दस साल के बच्चे के दांत की सर्जरी की। वह राजनीति में आने से पहले पेशा से एक डाक्टर ही थे और उन्हें जानने वालों के मुताबिक वह दांत के एक बहुत अच्छे डाक्टर और शल्य चिकित्सक थे।

बुधवार को हापनिया के त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में डॉ साहा को यह काम करते देखा गया। दस साल के बालक अक्षितघोष के दांतों की उन्होंने सर्जरी की। वैसे काम पूरा होन के बाद खुद मुख्यमंत्री ने भी इस काम पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ट्विट किया। उन्होंने कहा कि यह सही बात है कि इस काम में बहुत लंबा अंतराल हो गया था। इसके बाद भी सर्जरी करने में कोई दिक्कत नहीं हुई। इससे मुझे काफी प्रसन्नता है।

इतने दिनों तक सर्जरी करने का अभ्यास नहीं रहने के बाद भी काम सही से होने की वजह से ही उन्हें अधिक प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि इतने दिनो तक डाक्टरी से दूर रहने के बाद भी यह काम सही तरीके से कर पाया। इसका संतोष अधिक है। साथ ही मरीज को लाभ होने तथा उसके बिल्कुल ठीक होने की प्रसन्नता अतिरिक्त आनंद दे रही है।

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में आने के पहले डॉ साहा इसी त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में प्राध्यापक थे। अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक डॉ साहा वहां करीब नौ बजे पहुंचे थे।

डाक्टर के तौर पर बच्चे का ऑपरेशन करन में उन्हें आधा घंटा लगा। इस काम में डॉ अमित गोस्वामी, डॉ पूजा देवनाथ, डॉ रूद्रप्रसाद चक्रवर्ती ने उनकी मदद की। इसके अलावा इस टीम में मैक्सिला फेशियल सर्जरी विभाग के डॉ स्मिता पाल, डॉ कंचन दास, डॉ शर्मिष्ठा वनिक सेन और डॉ वैशाली साहा भी उनके मदद करते रहे।

बता दें कि डॉ साहा को पूर्व मुख्यमंत्री विप्लव देव के स्थान पर मई 2022 में मुख्यमंत्री बनाया गया था। वह पहले कांग्रेस में थे लेकिन वर्ष 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे। भापा ने उन्हें वर्ष 2020 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था।

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